शोधार्थी पवन कुमार ने जीते स्वर्ण पदक

जिला योगासन स्पोर्ट्स मैन एंड वुमन चैंपियनशिप 2025 में शोधार्थी पवन कुमार ने पारंपरिक योगासन और कलात्मक योगासन दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतकर अपने क्षेत्र तथा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ का नाम गौरवपूर्वक रोशन किया है।

मेरठ। जनपदीय योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन जनपद मेरठ, और मेजर ध्यानचंद डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जिला योगासन स्पोर्ट्स मैन एंड वुमन चैंपियनशिप 2025 में शोधार्थी पवन कुमार ने पारंपरिक योगासन और कलात्मक योगासन दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतकर अपने क्षेत्र तथा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ का नाम गौरवपूर्वक रोशन किया है। यह प्रतियोगिता 17-18 मई 2025 को GTB ऑडिटोरियम, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित की गई थी, जिसमें जनपद मेरठ के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों और संस्थानों से लगभग 300 योग खिलाड़ियों ने भाग लिया।

पवन कुमार वर्तमान में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, उत्तर प्रदेश में भौतिकी विषय में शोधार्थी हैं और उनका शोध कार्य CSIR NPL दिल्ली और IIT रुड़की के साथ सहयोग में किया जा रहा है। इसके साथ ही, पवन कुमार ने योग में पी.जी. डिप्लोमा तथा एम.एससी. की उपाधियाँ भी प्राप्त की हैं। वे न केवल योग के क्षेत्र में शैक्षणिक और प्रतिस्पर्धात्मक रूप से सक्रिय हैं, बल्कि समाज में योग के प्रचार-प्रसार हेतु निरंतर कार्यरत भी रहते हैं।

हाल ही में उन्हें भौतिकी के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी शोध पर ऑरल टॉक देने के लिए विदेश से आमंत्रण प्राप्त हुआ है, जो उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों का प्रमाण है। इसके साथ ही, पवन कुमार ने भौतिकी में दो बार बेस्ट पोस्टर रिसर्च अवॉर्ड जीतने का गौरव भी प्राप्त किया है, जो उनकी गहरी शोध और मेहनत को सम्मानित करता है।

यह पहली बार नहीं है जब पवन कुमार ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया हो। इससे पूर्व भी वे कई बार राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिताओं में स्वर्ण और रजत पदक जीत चुके हैं। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और समर्पण के आधार पर उनका चयन अब राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता के लिए हुआ है। प्रतियोगिता के दौरान पवन कुमार ने लयबद्धता, संतुलन और सटीक तकनीक का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए निर्णायकों को अत्यंत प्रभावित किया। उनके निरंतर श्रेष्ठ प्रदर्शन ने उन्हें योग जगत में एक प्रतिष्ठित स्थान दिलाया है।

पवन कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित अभ्यास, अपने गुरुजनों, माता-पिता तथा योग के प्रति अपने समर्पण को दिया। उन्होंने कहा, “योग केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक उन्नति का माध्यम है। मेरा उद्देश्य है कि मैं योग के माध्यम से समाज में स्वास्थ्य, अनुशासन और सकारात्मकता का प्रसार कर सकूं।”

उनकी इस उपलब्धि पर उनके प्रशिक्षकों, शिक्षकों, परिजनों एवं साथियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। अब सबकी निगाहें राज्य स्तर की प्रतियोगिता में उनके प्रदर्शन पर टिकी हैं। और और इसके साथ ही पवन कुमार योग प्रतिभागी होने के साथ-साथ ही जन समाज को निशुल्क योग शिक्षा भी देते हैं।