दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए इससे बडी शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि इस वक्त दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर है । दिवाली के दिन उनकी पार्टी के शासन वाले पंजाब ने दिल्ली को पछाड़ दिया था। हरियाणा का अंबाला पहला और पंजाब का अमृतसर दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा था। दिल्ली तीसरे स्थान पर थी। आज की स्थिति यह है कि दिल्ली अब देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। यह आंकड़ा भी आ गया है कि दिल्ली से गुजरने के क्रम में यमुना नदी का 33 किलोमीटर का हिस्सा लगभग पूरी तरह से मृत हो गया है।
बहरहाल, अक्टूबर महीने के ताजा आंकड़े के मुताबिक देश के सर्वाधिक 10 प्रदूषित शहर अब राष्ट्रीय राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हैं। देश के सर्वाधिक 10 प्रदूषित शहरों में दिल्ली के अलावा तीन शहर हरियाणा के हैं और बाकी छह शहर उत्तर प्रदेश के हैं। हरियाणा में गुड़गांव, चरखी दादरी और बहादुरगढ़ सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, हापुड़ और मुजफ्फरनगर सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। यह स्थिति तब है, जब अदालत के आदेश के हिसाब से 15 अक्टूबर को ही दिल्ली और एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप का पहला चऱण लागू कर दिया गया था। नवंबर का आंकड़ा तो और भयावह हो सकता है।