Sultanpur News: करौंदीकला विकासखंड के देवराजपुर गांव में 13 अगस्त को पंडित दिवाकर प्रसाद उपाध्याय की पांचवीं पुण्यतिथि पर एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर पंडित दिवाकर प्रसाद के परिजनों द्वारा गांव के कुछ ब्राह्मणों को भोजन कराकर उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया। दिवाकर प्रसाद उपाध्याय, जो देवराजपुर के पहले क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि और शाखा डाकपाल थे, का निधन 13 अगस्त 2019 को लंबी बीमारी के बाद हुआ था।
स्व. दिवाकर उपाध्याय, देवराजपुर के प्रतिष्ठित जमींदार परिवार से जुड़े थे। वे पं. पारसनाथ उपाध्याय (संतू उपाध्याय) के पुत्र और जमींदार चंद्रावली उपाध्याय के पौत्र थे। उनके नेतृत्व में, 1995 में, उनकी पत्नी श्रीमती प्रमिला उपाध्याय ने क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर देवराजपुर की पहली महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने का गौरव प्राप्त किया था। इस चुनाव में उन्होंने 568 मतों के विशाल अंतर से जीत दर्ज की थी, जो देवराजपुर में अभी तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
अपने कार्यकाल के दौरान, पं. दिवाकर प्रसाद उपाध्याय ने गांव में जूनियर हाईस्कूल के निर्माण के लिए अपनी जमीन दान की थी। उस समय, सरकारी विद्यालय के लिए ग्राम समाज की जमीन पर्याप्त नहीं थी, और दिवाकर प्रसाद के इस योगदान ने विद्यालय के निर्माण को संभव बनाया।
दिवाकर प्रसाद उपाध्याय देवराजपुर और आसपास के क्षेत्र के पहले पोस्ट ग्रेजुएट व्यक्ति भी थे। उन्होंने 1969 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की थी। वे क्षेत्र के खाकीबाबा कॉलेज के सह-संस्थापक और पहले प्रिंसिपल भी रहे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने देवराजपुर पोस्ट ऑफिस में शाखा डाकपाल के रूप में भी सेवा दी।
देवराजपुर ब्रांच पोस्ट ऑफिस के पूर्व पोस्ट मैन राम बहाल उपाध्याय ने दिवाकर प्रसाद उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके 30 वर्षों के उत्कृष्ट डाक सेवा कार्यकाल की सराहना की।
स्व. दिवाकर प्रसाद उपाध्याय के पुत्र, राहुल उपाध्याय और अभिषेक उपाध्याय श्रीमंत ने अपने पिता को स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन और व्यक्तित्व हमेशा उनके परिवार और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
देवराजपुर के निवासी अविनाश उपाध्याय ने कहा कि पंचायतों में पं. दिवाकर प्रसाद द्वारा लिए गए निष्पक्ष और स्पष्ट निर्णय आज भी लोगों के लिए उदाहरण बने हुए हैं और उनके फैसलों की आज भी सराहना की जाती है।
इस अवसर पर पं. हरिकेश तिवारी, राम बहाल उपाध्याय, आल्हा सम्राट विश्वनाथ तिवारी, भोलू पांडेय, अनिल पांडेय, राजेश पाण्डेय, अरविंद पाण्डेय, संतोष पांडेय, अविनाश उपाध्याय, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रमिला उपाध्याय और अमन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।