सावन का महीना सनातन धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा अराधना की जाती है। साथ ही माता पार्वती की पूजा करने से सुहागिनों को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उनके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। इस दौरान हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियों के पहनने का विशेष महत्व है।
दरअसल, हरा रंग हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति, बुद्धिमत्ता और स्थिरता लाता है। इस महीने में हरा रंग पहनकर हम भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपनी आस्थाओं को और मजबूत बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि, धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इसका क्या गहरा संबंध है।
क्या है धार्मिक कारण?
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरा रंग भगवान शिव का प्रिय रंग है। हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है और प्रकृति, देवी पार्वती का ही स्वरूप है। भगवान शिव को ‘भोलेनाथ’ कहा जाता है, जो प्रकृति के सबसे निकट हैं। इस महीने में हरा रंग पहनने से भगवान शिव और मां पार्वती की कृपा प्राप्त होती है और उनकी आराधना में मन की एकाग्रता बनी रहती है।
सावन के महीने में हरियाली तीज का त्योहार भी मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं और मेहंदी लगाती हैं। यह त्योहार महिलाओं के सुख-समृद्धि और लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। हरा रंग नई शुरुआत, प्रसन्नता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
सावन का महीना वर्षा ऋतु का महीना होता है, जिसमें चारों ओर हरियाली छा जाती है। हरा रंग पहनकर हम प्रकृति का सम्मान करते हैं और उसके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। यह भी माना जाता है कि इस महीने में हरा रंग पहनने से हमारे चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
क्या है ज्योतिषीय कारण?
ज्योतिष में हरे रंग को बुध ग्रह से संबंधित माना जाता है। बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, व्यापार, संचार और जीवन में सामंजस्य का कारक होता है। सावन के महीने में हरा रंग पहनने से बुध ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे हमारी बुद्धिमत्ता और मानसिक स्थिरता में वृद्धि होती है।
वहीं सावन के महीने का गहरा संबंध चंद्रमा से है। चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक होता है। हरा रंग चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित करता है और हमारे मन को शांत और स्थिर रखता है। यह रंग हमारे भावनात्मक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
ज्योतिष में हरे रंग को वायु तत्व से संबंधित माना जाता है। वायु तत्व संतुलित होने से जीवन में स्थिरता और शांति बनी रहती है। हरा रंग वायु तत्व को संतुलित रखता है, जिससे हमारे जीवन में स्थिरता और शांति बनी रहती है।