अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास किया. इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी योगाभ्यास करते हुए नजर आईं. इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि ‘योग मानवता के अनुकूल है जो देश, समाज, काल परिस्थितियों से बाधित होकर के भी संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है.’
योगी ने कहा, यह हम सबका सौभाग्य है कि योग दिवस पर हम अपनी विरासत का स्मरण करते हुए भारत में ऋषि परंपरा प्रति श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। ये अवसर हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया है। जिनके विजन और प्रयासों का परिणाम है कि आज दुनिया के लगभग पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस साथ जुड़कर भारत इस विरासत साथ खुद को जोड़कर के हमारी संस्कृति और परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास कर रहे हैं।
एक संपूर्ण विद्या है, जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करती है। आपका शरीर साथ हो. काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा. योग में हर किसी के लिए अलग-अलग योग विद्याएं हैं। बालक हों, युवा हों, अधेड़ हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी योग का अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने योग दिवस थीम पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिस थीम पर सबके साथ पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है, इसका अर्थ है कि इसमें कोई भेद नहीं है. इसमें जाति, क्षेत्र, भाषा, काल, देश का भेद नहीं है। उन्होंने कहा, मेरी अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं। एक समय आपको स्वयं अहसास होगा कि जो भी समय आपने योग समर्पित किया है, वो आपके स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम रहा है. यदि नियमित दिनचर्या साथ इसको आगे बढ़ाएंगे, तो इसका भरपूर लाभ प्राप्त होगा।