तेज तर्रार दिमाग चाहते हैं तो उसके लिए लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करें। याददाश्त तेज करने के लिए तनाव से निपटना जरूरी है। आप तनाव को कंट्रोल करके और कुछ खास गतिविधियों को अपनाकर अपने ब्रेन को शार्प कर सकते हैं। कुछ बॉडी एक्टिविटी ऐसी हैं जो तनाव को कम करती हैं और ब्रेन की मरम्मत करके उसे शार्प बनाती हैं। आपकी रात की एक्टिविटी आपके ब्रेन पर ज्यादा प्रभाव डालती है।
खबर के मुताबिक न्यूरोलॉजिस्ट ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए रात के समय कुछ खास आदतों को अपनाने की सलाह देते हैं। ये आदतें तनाव को कम करती हैं, दिमाग को सुकून देती हैं और आपकी भूलने की बीमारी का भी इलाज करती हैं।
न्यूरोलॉजिस्ट सलाह देते हैं कि आप ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए सोते समय योग मुद्रा का अभ्यास करें और दोस्तों के साथ मेलजोल बढ़ाएं। इन आदतों को अपनाकर आप अपने ब्रेन का बोझ हल्का कर सकते हैं, अपने दिमाग को एनर्जी दे सकते हैं और याददाश्त को दुरुस्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि याददाश्त को तेज करने के लिए हम कौन-कौन सी आदतों को अपना सकते हैं।
लम्बी और गहरी सांस लें
दिन भर तनाव सहन करने के बाद रात में हमारा दिमाग फाइट एंड फ्लाइट मोड पर आ जाता है। ऐसे में पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को एक्टिव रखना जरूरी है। ये सिस्टम ही ब्रेन को सेफ और तनावमुक्त होने का सिग्नल देता है। तनाव से दूर रहने के लिए आप लम्बी सांस लें। इन्हेल एक्सएल एक्सरसाइज आपके ब्रेन के लिए बेस्ट है।
नट्स और सीड्स का करें सेवन
नट्स और सीड्स का सेवन करने से ब्रेन पावर दुरुस्त रहती है। नट्स और सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो ब्रेन की पावर बढ़ाने में मदद करते हैं। आप जंक फूड्स का सेवन करने के बजाए मुट्ठीभर नट्स और सीड्स का सेवन करें आपकी ब्रेन पावर इम्प्रूव होगी।
किताबें पढ़ें
रात में किताबें पढ़ें आपको सुकून की नींद आएगी। किताबें पढ़ने की एक्टिविटी ब्रेन के उन हिस्सों को एक्टिव करती है जो रचनात्मक और आराम को बढ़ावा देते हैं। डिजिटल युग में किताबों के साथ वक्त गुजारना सुकून भरा हो सकता है। शोर से दूर एकांत में किताब पढ़ने से आपके दिमाग को सुकून मिलता है और 68 % तक तनाव दूर होता है।
पजल्स को सॉल्व करें
दिमाग को तेज और सुकून देना चाहते हैं तो ब्रेन की एक्सरसाइज करें। ब्रेन की एक्सरसाइज करने के लिए आप पजल्स खेलें। पजल्स सॉल्व करने से ब्रेन की कोशिकाओं के बीच मजबूत रिलेशन बनता है जिससे याददाश्त तेज होती है। ये आदत गुड फीलिंग कराने वाले रसायनों को भी बढ़ाती है जिससे आपका मूड बेहतर होता है और याददाश्त दुरुस्त रहती है।
स्क्रीन टाइम पर करें कंट्रोल
लोग कितना भी थक जाएं रात में मोबाइल पर रील देखना नहीं भूलते। आप जानते हैं कि रात के समय मोबाइल की लाइट आपके दिमाग का सुकून छीन लेती है। स्क्रीन पर ज्यादा समय गुजारने से एकाग्रता कम होती है और आप काम पर अच्छे से फोकस नहीं कर पाते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताने से मस्तिष्क का कॉर्टेक्स पतला हो सकता है। स्क्रीन टाइम कम करके आप अपने ब्रेन को आराम दे सकते हैं और तरोताजा रख सकते हैं।
म्यूज़िक सुनें
संगीत सुनने से दिमाग का वो हिस्सा एक्टिवेट होता है जो मेमोरी, इमोशन, स्पीड, और रिवॉर्ड को कंट्रोल करता है.