- त्रिनाथ मिश्र || ई-रेडियो इंडिया
अयोद्धा। श्रीराम मंदिर शिलान्यास की भव्यता और सरयू नदी के किनारे चकाचौंध ने एक बार फिर से दशरथ नंदन के अस्तित्व का अहसास पूरी दुनिया को करा दिया। वैसे तो लाखों की संख्या राम मंदिर हैं…. लेकिन अयोद्धा के मंदिर का महत्व का जरा अलग है… यहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम चंद्र जी का जन्म हुआ था न…. इसलिये यहां इतने दिनों से संघर्ष चल रहा था।
हालाकि सरकार बनने बिगड़ने का गड़ित भी प्रभु श्रीराम के इसी दरबार से हल होता था…. तीनों लोकों के नाथ को लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा एक अदद छत के लिये…. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का शिलान्यास किया, इसी के साथ राजनीति का एक अध्याय समाप्त हुआ तो दूसरे अध्याय की शुरुआत भी हुई।
ये हैं डिजिटल बाबा… संतो की परम्परा को डिजिटलाइज्ड करने वाले अनोखे संत ही नहीं बल्कि एक आनंदित पुरुष हैं…. रामधुन गाते हुये अयोद्धा पहुंचे…. वहां पत्रकारिता के धुरंधरों के बीच डिजिटल माध्यम से अपने राम के जन्मस्थल की झलक दिखाने की ललक लिये डिजिटल बाबा की एक मांग जो बेहद जरूरी है वो एक अदद विश्विवद्यालय की जिसमें भारतीय सनातन सभ्यता के लिये जानने व समझने को उत्सुक लोगों का पढ़ने का अवसर मिल सके।
शिलान्यास के एक दिन पहले की यह तश्वीरें बयान कर रही हैं कि एक बार फिर से वनवास पूरा कर श्रीराम चंद्र जी अब कलयु्ग में दुबारा अयोद्धा लौटे हैं।
यह तश्वीर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की…. शिलान्यास कर्यक्रम के दौरान बेहद ऊर्जावान दिखे और प्रभुश्रीराम के सम्मुख शाष्टांग दण्डवत करती ये तश्वीरें तो मानो अलग नजारा प्रस्तुत कर रहीं हों… कुछ लोगों को हालाकि इस तश्वीर पर आपत्ति हुई… अब हुई तो हुई…. मैं क्या कह सकता हूं।
ये तमाम तश्वीरें डिजिटल बाबा ने खुद कैमरे में कैद की हैं…. स्वामी रामशंकर यानी डिजिटल बाबा ई-रेडियो इंडिया के सांस्कृतिक संपादक भी हैं। ई-रेडियो इंडिया का यह प्रयास आपको कैसा लगा जरूर बतायें…. यूटयूब पर देख रहे हैं तो सब्सक्राइब करें… फेसबुक, टविटर पर देख रहे हैं तो लाइक व फालो करें… वेबसाइट www.eradioindia.com पर विजिट कर अन्य खबरें भी देख सकते हैं… शुक्रिया।