एजेंसी, इस्लामाबाद। चीन के कर्ज तले कराह रहे पाकिस्तान की बुद्धि और पीएम इमरान खान का विवेक जवाब दे गया है।।। जहां एक ओर चीन पूजीवादी तकनीक के जरिये देशों पर अपना एकाधिकार जमाने का सिलसिला जारी किये हुये है तो वहीं अब ऐसा लग रहा है शी जिनपिंग के मायाजाल में इमरान खान पूरी तरह से फंस चुके तभी तो चीन जैसे चाहे वैसे नचा रहा है इनको।
आपको बता दें कि नेपाल की राह पर पाकिस्तान भी चल पड़ा है। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने विवादित नक्शे को मंजूरी दी है। नक्शे में पाकिस्तान ने कश्मीर को अपना बताया है। पहले पाकिस्तान सिर्फ पीओके को अपना हिस्सा बताता था, लेकिन अब नए नक्शे में कश्मीर को शामिल किया गया है। पाकिस्तान ने नए नक्शे से लद्दाख, सियाचिन समेत गुजरात के जूनागढ़ तक पर दावा ठोका है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे पाकिस्तान के इतिहास में सबसे ऐतिहासिक दिन करार दिया। विवादित नक्शे को मंजूरी इमरान खान की कैबिनेट में मिली। कैबिनेट बैठक के बाद इमरान खान ने नया पॉलिटिकल मैप जारी किया। नक्शे में कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया गया है।
पाकिस्तान से पहले नेपाल ने भी ऐसा ही कारनामा किया है। उसने भी विवादित नक्शे को मंजूरी दी, जिसमें भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को शामिल किया गया। नेपाल ने विवादित नक्शा 20 मई को जारी किया था, जिसे वहां की संसद ने मंजूरी भी दे दी है। इस विवादित नक्शे को वो अब संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) और गूगल सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भेजने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान ने ये विवादित नक्शा जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटने के एक साल पूरा होने के ठीक एक दिन पहले जारी किया है। बता दें कि पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाने का मोदी सरकार ने एतिहासिक फैसला लिया था। भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट भी देखी गई थी। वो दुनिया के सामने गुहार भी लगाया था। और अब अपने देश की जनता को खुश करने के लिए उसने नया नक्शा जारी किया है। इस बीच, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि नए नक्शे को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।