- संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
मेरठ। गढ़ रोड स्थित मुरलीपुर में ओशो के एक नए आश्रम के शुभारंभ के अवसर पर दर्जनों सन्यासियों ने सूफी नृत्य और ध्यान करके गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया। इस दौरान लगभग एक दर्जन ओशो सन्यासियों ने पूर्ण गुरु ओशो को याद कर उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया, ध्यान किया और आनंद उठाया।
स्वामी सुनील गंभीर ने बताया कि ध्यान से ही जीवन की प्रत्येक बुराइयों को खुद-ब-खुद दूर किया जा सकता है, इसके अलावा और कोई अन्य विद्या शायद नहीं बची है जिसके जरिए जिंदगी को शुभ अवसर में तब्दील किया जाए।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में में ओशो के हजारों सन्यासी हैं, इनमें मेरठ में सबसे अधिक है। पिछले लगभग 10 वर्षों से ओशो के साहित्य को पढ़ने का चलन युवाओं में बहुत तेजी से बढ़ रहा है और इनकी ध्यान विधियों को प्रयोग करने के लिए तमाम युवा उत्साहित देखते हैं। इससे साफ जाहिर है कि आने वाले समय में ओशो की बताई ध्यान विधि युवाओं के लिए कारगर, सटीक और बेहतरीन साबित होंगे।
कोई भी नए मित्र ओशो के इन विधियों को प्रायोगिक रूप से करने के लिए मुरलीपुर ध्यान केंद्र पर आ सकते हैं ध्यान केंद्र पर आने वालों के लिए मोबाइल नंबर +91 94121 08504 पर संपर्क किया जा सकता है।
ओशो एक सम्पूर्ण गुरू हैं जिन्होंने दुनिया को यह सिखाया कि अपने आपसे कैसे प्यार किया जाये। अपने विचारों से दुनिया को हिला देने वाले इस पूर्ण गुरू के फालोवर्स ने मेरठ में समय-समय पर कार्यक्रमों के जरिये उनको याद किया है और श्रद्धा उसे शीष झुकाया है।
गढ़रोड स्थित मुरलीपुर में ओशो के शिष्यों ने नये आश्रम के उद्धाटन और गुरू पूर्णिमा के अवसर पर सूफी नृत्य के साथ ध्यान किया…..इसके बाद एक दूसरे से शेयरिंग शेसन रखा… कार्यक्रम में पूर्व सैनिक राजबहादुर के प्रयासों से नये सेंटर के उद्धाटन पर लोगों ने गीत गाकर बधाई दी। स्वामी राजीव के जन्मदिन को भी सभी ने मिलकर मनाया। इस दौरान, सुनील गंभीर, मुनीष यादव, मां चंचल, संजय यादव, सुरेन्द्र आर्य, चेतराम, मृदुल मोहन शर्मा, विजय कुमार, रवि रस्तौगी, रंगा स्वामी, टीकम, जितेंद्र स्वामी, राजीव, त्रिनाथ मिश्रा मौजूद रहे।