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- संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
मेरठ। सर्राफा बाजार…. यहां की मार्केट से प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार होता है, यहां के व्यापारियों की स्थिति लॉकडाउन की वजह से बद से बदतर होती जा रही है…. यहां लगभग दो हजार व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं और इससे जुड़े 28 हजार कारीगरों सहित लगभग 50 हजार से अधिक लोगों के घरों में यहीं के कारोबार से चूल्हा जलता है….. लेकिन लॉकडाउन ने इन्हें मोहताज कर दिया…
जिला प्रशासन जहां एक ओर व्यापारिक राजनीति में दो फाड़ होने का लाभ ले रहा है तो वहीं कुछ अन्य व्यापारिक संगठनों ने हुंकार जरूर भरी पर… वो दम नहीं दिख रहा जिसकी जरूरत व्यापारियों को है…..
ऐसा शायद इसलिये है क्योंकि व्यापारियों का इस्तेमाल राजनीति में ऊंचा ओहदा लेने के लिये किया जा रहा है…. और यह चाल यहां का व्यापारी बखूबी समझ रहा है…. इसलिये अब व्यापारी स्वयं अपनी आवाज उठाने को बेताब हैं….
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हर जगह से निराशा हाथ लगने के बाद सर्राफा कारोबार से जुड़े मेरठ के वैली बाजार, नील गली, जोहरी बाजार, कागजी बाजार सहित आधा दर्जन बाजारों के व्यापारी एकजुट होकर संत कुमार वर्मा की अगुआई में… अपने प्रतिष्ठानों के सामने बैठकर थाली व घड़ियाल बजाकर प्रशासन से प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति मांगने का प्लान तैयार कर चुके थे…. लेकिन स्थानीय प्रशासन को यह भी नागवार गुजरा…
11 जून की सुबह नौ बजे ही पुलिस ने व्यापारी संत कुमार वर्मा के आवास पर ही घेराबंदी कर दी और दो टूक शब्दों में कह दिया किया कि…. अगर पीएम मोदी की नकल करने की कोशिश की तो मुकदमा कर दिया जायेगा…. यानी थाली बजी तो लाठी चली….
बहरहाल व्यापारियों को पुलिस ने मोदी जी की नकल नहीं करने दी… यानी थाली बजाने से पहले ही कर-बल और छल अपनाकर व्यापारियों को शांत कर दिय गया… सिटी मजिस्ट्रेट से वार्ता करने का समय भी तय कर दिया गया… आगे क्या होगा यह तो अयोद्धा में विराजमान श्री रामलला ही जान सकते हैं….. ब्यूरो रिपोर्ट ई-रेडियो इंडिया…. मेरठ