हमीरपुर। पिछले तीन दिन से भारी बारिश से पूरे राज्य मेें जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। भारी बारिश से राज्य में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है।
सोमवार को नादौन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि पिछले पचास वर्ष में पहली बार इस तरह की बारिश और उससे तबाही हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार से इस त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठाई गई है, ताकि सहायता में कोई कमी न रहे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 48 घंटे में बारिश की वजह से प्रदेश को तीन हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।
सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों से वर्चुअल माध्यम से बारिश से हुए नुकसान का लिया जायजा लिया गया है। अधिकारियों से मिली रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि बारिश से इतना कहर पिछले पचास वर्ष में नहीं बरपा। प्रदेश के हर हिस्से में पिछले 72 घंटे से एक समान बारिश हो रही है। बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करना बेहद मुश्किल है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा हिमाचल प्रदेश की आपदा की स्थिति को केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला शिव चर्चा हुई है। केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इस घड़ी में हिमाचल की अधिक से अधिक मदद की जाए।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि कुल्लू के डीसी से उनकी बात हुई है। मौसम साफ होते ही वह हेलीकॉप्टर अथवा सड़क मार्ग से यथासंभव आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। मौसम अनुकूल न होने की वजह से अभी वह दौरे के लिए निकल नहीं पाए है। हालांकि मुख्यमंत्री राहत और बचाव कार्य कर हर जिले के प्रशासन से वर्चुअल माध्यम से अपडेट ले रहे हैं।