Varicose Veins Treatment in Hindi: वैरिकोज वेन्स पैरों में अनियमित तौर पर बढ़ी हुई नसें होती हैं, इन्हें वेरिकोसाइटिस भी कहते है। वैरिकोज वेन्स अक्सर सूजी औैर उभरी हुई नसों के रूप में सामने आती हैं और ये नीले या लाल रंग की दिखती हैं। ये समस्या तब उत्पन्न होती है जब नसें बड़ी, चौड़ी या रक्त से ज्यादा भर जाती हैं। इन नसों में अक्सर दर्द महसूस होता है।
नसों का सामान्य रूप से कार्य न कर पाना ही वेरीकोज वेंस को जन्म देता है। इस रोग में नसों की एक तरफ की वाॉल्व रक्त प्रवाह को रोक देती है। जब ये वॉल्व काम करना बंद कर देती हैा तो रक्त ह्रदय तक पहुंचने की बजाय नसों में ही इकट्ठा होने लगता है। इसकी वजह से नसें फूलने लगतीं है और बड़े आकार में दिखाई देने लगती हैं। देश भर में 25 फीसदी वयस्क वैरिकोज वेन्स की समस्या से ग्रस्त हैं और अधिकतर मामलों में वैरिकोज वेन्स पैरों पर प्रभाव डालती हैं। अक्सर ये समस्या महिलाओं में देखी जाती है।
Varicose Veins Cause | वैरिकोज वेन्स के कारण
मुख्य तौर पर निम्नलिखित कारणों से ये समस्या उत्पन्न होती है, जिनमें प्रमुख हैं-
- लंबे समय तक खड़े रहना: अगर आपका काम लंबे समय तक खड़े रहने का है तो आपको यह समस्या आमतौर पर उत्पन्न हो सकती है। इस तरह की समस्या में अक्सर पुलिस कर्मी, डॉक्टर, फील्ड में कार्य करने वाले कर्मचारी शामिल होते हैं।
- प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज: महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान भी इस तरह की समस्या देखी जाती है इसके अलावा मेनोपॉज हो जाने पर रक्त की मलिका में रक्त प्रवाह रुकने की दशा में यह रोग उत्पन्न हो जाता है।
- 50 से अधिक उम्र: वैसे तो बढ़ती उम्र विभिन्न तरह के रोगों को बुलावा देती है लेकिन वेरीकोस वेंस का रोग 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करने लगती है।
- मोटापा: मोटापा भी एक तरह की ऐसी समस्या है जो शरीर में अनेकों प्रकार के रोगों को जन्म देती है। मोटापा होने से नसों में ब्लॉकेज की संभावना ज्यादा होती है जिसकी वजह से वैरिकोज वेंस भी अपना पांव पसार लेती है।
Varicose Veins Symptoms | वैरिकोज वेन्स के लक्षण
- Varicose Veins Symptoms की बात करें तो इनमें सबसे प्रमुख है नसों का दिखना। इनमें दर्द होना, सूजन रहना एवं भारीपन के साथ-साथ ऐंठन रहता है तो अपने डॉक्टर से अवपश्य संपर्क करें।
- गंभीर मामलों में नसों से खून आ सकता है या अल्सर बन सकता है। कुछ मामलों में नसों में सूजन और नसों का रंग बैगनी, लाल या नीली पड़ने की समस्या भी हो सकती है।
- ज्यादा समय तक बैठे रहने के बाद उठने पर पैरों की नसों में दर्द का महसूस होना तथा नसों में जकड़न महसूस होना इसका प्रमुख लक्षण है।
- दर्द और सूजन में वृद्धि
- त्वचा के छाले
- रक्त हानि
- सुपरफिशियल थ्रोम्बोफ्लिबिटिस (एसटी)
- लिपोडर्माटोस्क्लेरोसिस
- रक्त के थक्के जमना
- नसों में खून जमना (डीप वेन थंब्रोसिस)
Varicose Veins Treatment in Hindi | वैरिकोज वेन्स का घरेलू उपचार
अगर आपको Varicose Veins की समस्या है तो इसमें सबसे पहला और आरामदायक इलाज है नियमित व्यायाम करना। योगा सबसे बेहतर तरीका है। सूर्य नमस्कार प्रत्येक दिन कम से कम 11 बार करने से Varicose Veins Disease जैसी समस्या स्वत: ठीक होने लगती है।
नियमित व्यायाम से टांगों में रक्त प्रवाह बेहतर होता है जिससे खूून नसों में जमता नहीं है। एक्सरसाइज ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी मदद करती है जो कि वैरिकोज वेन्स का अन्य कारण है। आप स्विमिंग, पैदल चलना, साइक्लिंग और योग कर सकते हैं।
खड़े होने का तरीका बदलना
Varicose Veins Disease सबसे ज्यादा खड़े होने के गलत पोस्टर के कारण होता है। तो ऐसे मैं आपको अपने खड़े होने के तौर-तरीके में बदलाव लाना होगा और एक ही पोजीशन में ज्यादा देर तक खड़े रहने की प्रक्रिया को अवॉइड करना होगा।
फ्लेवेनोएड
वैरिकोज वेन्समें फ्लेवेनोएड युक्त आहार भी मदद करता है। ये धमनियों में ब्लड प्रेशर को कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाते हैं जिससे वैरिकोज वेन्स कम हो सकता है। सब्जियों जैसे कि प्याज, पालक और ब्रोकली, खट्टे फल जैसे कि अंगूर, चैरी और ब्लूबैरी एवं लहसुन में फ्लेनोएड्स होते हैं।
Compression Stocking for Varicose Veins
Compression Stocking for Varicose Veins आपको केमिस्ट से मिल जाएंगी। Compression Stocking टांगों पर दबाव बनाकर मांसपेशियों और नसों को ह्रदय तक रक्त प्रवाह करने में मदद करती हैं। वर्ष 2018 के अध्ययन में पाया गया था कि घुटने पर कंप्रेशन स्टॉकिंग के इस्तेमाल के साथ एक हफ्ते तक 18 से 21 MMHG तक प्रेशर बनाने से वैरिकोज वेन्स के दर्द और अकड़न में कमी आई थी।
मालिश
Varicose Veins Disease में मालिस कारगर साबित होता है। प्रभावित हिस्से की ठीक तरह से मालिश करने से राहत मिलती है। Varicose Veins Disease में तेल या मॉइस्चराइजर से मालिश कर सकते हैं। इसमें नसों पर ज्यादा दबाव न बनांए क्योंकि इससे नाजुक ऊतक क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
ज्यादा टाइट कपड़ या मोजे न पहनें
पैरों में दबाव बनाने वाले मोजों को पहनने से परहेज करना होगा साथ ही साथ ज्यादा टाइट कपड़े पहनने को भी एवाइड करना होगा।
Varicose Veins Disease Surgery
वेरीकोस वेंस के ऊपर बताई हुई तमाम तकनीकी यदि कारगर सिद्ध ना हो रही हो तो अंतिम तरीका है वैरिकोज वेंस का सर्जरी के माध्यम से इलाज करना। इसमें बढ़ी हुई नसों को काटकर के उनके स्टार्टिंग प्वाइंट को ब्लॉक कर दिया जाता है जिसकी वजह से फिर दोबारा इन के पनपने की संभावना नहीं रहती। आजकल Varicose Veins Disease के सर्जन की डिमांड बढ़ती जा रही है जिस जिस तरह से Varicose Veins Disease अपना पांव पसार रहा है उसी तरह से वेरीकोज वेंस के इलाज के लिए एक सफल डॉक्टर की तलाश बढ़ती जा रही है।
अगर समय पर ईलाज न हुआ तो क्या होगा?
Varicose Veins Disease का यदि समय पर इलाज नहीं किया गया तो इससे खून के थक्के जमने की प्रबल संभावना होती है इसके अलावा अल्सर होने की भी बहुत ज्यादा संभावना होती है। वेरीकोज वेन ज्यादा हावी हो जाने के उपरांत आपके पैर में लकवे की भी शिकायत आ सकती है जिसकी वजह से आपका पैर खराब हो जाता है और धीरे-धीरे इतनी बुरी दशा में पहुंच काट कर अलग करना पड़ता है।