पीट रहे तालिबानी, पाक रक्षा मंत्री कोस रहे भारत को!

पाकिस्तान की एक बार फिर तालिबानियों द्वारा पिटाई हो रही है। पाकिस्तान की धुलाई के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं। कैसे पाकिस्तानी सैनिकों की वर्दी उतरवाकर और उनकी परेड निकालकर तालिबानियों ने पाकिस्तानी सरकार की और असीम मुनीर की इज्जत की तबीयत से धज्जियां उड़ाई हैं। जिसके बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत के नाम का रोना शुरू कर दिया है।

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर भारत की ओर से प्रॉक्सी वॉर लड़ने का आरोप लगाया है। यह आरोप ऐसे समय में आया है जब खुद पाकिस्तान पर लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में दोनों देशों के बीच हुए 48 घंटे के युद्धविराम पर संदेह व्यक्त करते हुए, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत पर अफगान तालिबान की गतिविधियों को “प्रायोजित” करने का आरोप लगाया।

ख्वाजा आसिफ ने कहा, “मुझे संदेह है कि यह युद्धविराम लंबे समय तक टिकेगा, क्योंकि [अफगान] तालिबान के फैसले दिल्ली से आ रही हैं। अभी, काबुल दिल्ली के लिए प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है।” जबकि असलियत ये है कि भारत लंबे समय से आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराता रहा है। भारत पाकिस्तानी आतंकवाद का लंबे अरसे से शिकार भी होता रहा है।

ख्वाजा आसिफ ने यह भी संकेत दिया कि तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने हाल ही में अपनी छह दिवसीय भारत यात्रा के दौरान कुछ “गुप्त योजनाएं” तैयार कीं। हालांकि मुत्ताकी की दिल्ली यात्रा आधिकारिक तौर पर व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों पर केंद्रित थी, लेकिन अब पाकिस्तान इस यात्रा को शक की नजर से देख रहा है।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बुधवार देर रात 48 घंटे का अस्थायी युद्धविराम शुरू हुआ। यह कदम तब उठाया गया जब सीमा पार झड़पों में दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए थे। युद्धविराम इस्लामाबाद समयानुसार शाम 6 बजे शुरू हुआ और दोनों देशों ने दावा किया कि दूसरे पक्ष ने पहले इसका अनुरोध किया था।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, “इस अवधि के दौरान दोनों पक्ष रचनात्मक संवाद के माध्यम से इस जटिल लेकिन सुलझने योग्य मुद्दे का समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।” पाकिस्तान का कहना है कि यह युद्धविराम क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

काबुल में तालिबान सरकार ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक बयान जारी कर कहा कि उसने अपनी सेना को युद्धविराम का सम्मान करने का आदेश दिया है, “जब तक कि इसका उल्लंघन विरोधी पक्ष द्वारा न किया जाए।” यह बयान सीमा पर एक सप्ताह से जारी हिंसा के बीच आया है।

हाल ही में तालिबान ने पाकिस्तान के साथ अपनी दक्षिणी सीमा के कुछ हिस्सों पर हमला किया था, जिसके जवाब में इस्लामाबाद ने कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर पाकिस्तानी तालिबान (TTP) जैसे आतंकी समूहों को पनाह देने का आरोप लगाया है, जिसे काबुल सिरे से नकारता है।