बदायूं । उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से दिल दहालने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक दो मासूम बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया। दो बच्चों की हत्या के बाद भीड़ आक्रोशित हो गई। उन्होंने आगजनी कर तोड़फोड़ भी की।
आरोपी युवक ने मासूम बच्चों को उनके घर की छत पर ही मारा था। घटना स्थल का मंजर इतना भयावह था कि हर कोई दहल गया। पूरी छत पर खून बिखरा था। आयुष और अहान के तलवों पर भी खून लगा था। छत पर खून में सने उनके पावों के निशान भी थे। इससे साफ था कि दोनों बच्चे साजिद से बचने के लिए छत पर इधर-उधर भागे थे।
ठेकेदार विनोद ठाकुर ने पढ़ने के लिए तीनों बेटों का दाखिला नजदीक के ही शिव देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कराया था। आयुष कक्षा छह का छात्र था, जबकि अहान एलकेजी में पढ़ता था। पीयूष कक्षा तीन का छात्र है। उनके दोस्तों के मुताबिक, आयुष और अहान बहुत सीधे थे। वे घर से बाहर खेलने भी नहीं जाते थे। स्कूल में जरूर अपने दोस्तों से मिलते थे। पढ़ाई में भी होशियार थे।
बदायूं में दो भाइयों की गला रेतकर हत्या
आपको बता दें कि बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार रात करीब आठ बजे ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। जिस जगह वारदात हुई वह मंडी समिति पुलिस चौकी से सिर्फ 500 मीटर दूर है।
आरोपियों के दूसरे समुदाय के होने से गुस्सा भड़क उठा। जाम लगाकर हंगामा करते हुए दूसरे समुदाय के तीन खोखों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी साजिद को मौके से करीब दो किमी. दूर पुरानी चांदमारी के पास घेराबंदी कर मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। पुलिस हत्या की वजह पता कर रही है।
जानकारी के अनुसार, बाबा कॉलोनी में मजिया रोड के रहने वाले ठेकेदार ‘हर घर जल योजना’ के तहत ओवरहेड टैंक का निर्माण कराते हैं। उनके मकान के सामने ही कस्बा सखानू के रहने वाले साजिद की बाल काटने की दुकान है। विनोद की पत्नी संगीता अपने मकान के निचले हिस्से में ब्यूटी पार्लर चलाती हैं।
इसके चलते दोनों परिवारों के काफी अच्छे संबंध थे। साजिद का उनके घर आना-जाना भी था। मंगलवार रात संगीता तीन बच्चों आयुष, अहान और पीयूष (8) के साथ घर पर थीं, जबकि विनोद लखीमपुर खीरी गए हुए थे। साजिद शाम चार बजे दुकान बंद करके चला गया था।
मुलाकात के लिए आया और ऊपर ले जाकर मार डाला
साजिद रात आठ बजे अपने दो साथियों के साथ आया तो संगीता उनके लिए चाय बनाने अंदर को चली गईं। तभी साजिद उनके दो बेटों आयुष और अहान को अपने साथ ऊपर ले गया। साथ ही, पीयूष से पानी लाने के लिए कहा। जब तक वह पानी लेकर ऊपर पहुंचा तब तक साजिद ने धारदार हथियार से आयुष और अहान की हत्या कर दी।
सामने आए पीयूष पर भी चाकू से वार किया तो वह चीखता हुआ नीचे भागा। पीयूष के पीछे साजिद भी दौड़ा तो यह देख मां ने शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़े और मां-बेटे को बाहर खींचकर दरवाजा बंद कर दिया।
आरोपी की दुकान के साथ, चार दुकानें फूंकी
सूचना पर पहुंची पुलिस साजिद की तलाश में जुट गई। इस बीच आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। नृशंस हत्या देख उनका गुस्सा बढ़ने लगा। इधर आक्रोशित भीड़ ने साजिद की दुकान तोड़कर सामान निकाला और सड़क पर रखकर फूंक दिया। आसपास के चार दुकानों को आग के हवाले कर दिया। लोग एक समुदाय के धर्मस्थल तक पहुंच गए लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
भारी संख्या में बल तैनात
आगजनी के बाद गुस्साए लोग पुलिस चौकी पहुंच गए। वहां घेराव कर नारेबाजी करने लगे। सूचना पर एसएसपी पहुंचे और अन्य अफसरों के साथ मिलकर उन्हें समझाया। क्षेत्र में हालात नियंत्रण के लिए भारी पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात कर दिया। बाद में खबर मिली कि साजिद को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
पुलिस ने बंद करा दिया बाजार
वारदात के बाद हालात बेकाबू होते देख एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने पुलिस को शहर के सभी बाजार बंद कराने के निर्देश दिए। इस पर पुलिस ने शहर भर की दुकानें बंद करा दीं। पुलिस को डर था कि कहीं मामला और ज्यादा न भड़क जाए, लेकिन पुलिस की सूझबूझ ने स्थिति बिगड़ने से बचा ली।
सखानूं में आरोपी के घर दी दबिश, पसरा सन्नाटा
हत्यारोपी साजिद अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानूं का रहने वाला था। हालांकि कई सालों से वह शहर में ही रह रहा था, जबकि परिवार के बाकी लोग सखानूं में ही रहते हैं। वारदात के बाद जिला मुख्यालय से वारलेस हुआ तो अलापुर थाना पुलिस ने सखानूं में आरोपी साजिद के घर दबिश दी। पुलिस देखकर मोहल्ले के लोग भी घरों में ताला डालकर खिसक गए। पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा दिखा।
भीड़ ने पुलिस चौकी फूंकने के लिए डाल दिया था पेट्रोल
वारदात के बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी घेर ली थी। चौकी फूंकने के लिए पेट्रोल भी डाल दिया था। भीड़ को शक था कि आरोपी पुलिस चौकी में मौजूद है। भीड़ के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने मझिया रोड पर वाहनों का आवागमन रोक दिया। इससे पुलिस चौकी के पास जाम लग गया। पुलिस ने जैसे-तैसे भीड़ को चौकी से हटाया। इसके बाद भीड़ घटना स्थल पर पहुंच गई और हंगामा करने लगी। पुलिस ने जैसे-तैसे भीड़ पर काबू पाया। इस बीच लोगों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस को डंडे भी फटकारने पड़े।
अफसरों के साथ विधायक भी पहुंचे, परिजनों को दी सांत्वना
अपर पुलिस महानिदेशक पीसी मीना, आईजी राकेश कुमार, एसएसपी आलोक प्रियदर्शी घटना के बाद मौके पर पहुंच गए। शहर विधायक महेशचंद्र गुप्ता भी विनोद ठाकुर के घर पहुंचे और परिवार को ढांढ़स बंधाया। अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही।
मुठभेड़ में सिविल लाइंस इंस्पेक्टर को भी लगी गोली
आरोपी साजिद का पीछा करते हुए थाना पुलिस और एसओजी की टीम जब शेखूपुर के जंगल तक पहुंची तो साजिद ने फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इसमें साजिद को भी गोली लग गई। पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायल इंस्पेक्टर आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
‘हत्यारोपी का शव दिखाओ नहीं परिवार के साथ कर लूंगा आत्मदाह’
बच्चों के पिता विनोद ने आईजी राकेश सिंह समेत पुलिस प्रशासन से कहा कि जिस हत्यारोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है उसको दिखाओ। अगर नहीं दिखाया तो वह परिवार के साथ दिन निकलते ही आत्मदाह कर लेगा। पुलिस ने यह बात सुन विनोद को हत्यारोपी का शव दिखाने का आश्वासन दिया है। देर रात चौराहे पर बच्चों की मां और दादी बैठ गए और आरोपी की लाश दिखाने की मांग करने लगे।