अगर आप स्वस्थ्य जीवनशैली चाहते हैं तो एक बात जरूर ध्यान में रखें कि आपको अपने खाने में विशेष सावधानी रखनी होगी। ताजा रिपोर्ट से पता चला है कि नॉन-वेज फूड लेने वालों में डायबिटीज नामक बीमारी के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि डायबिटीज सिर्फ लाइलाज ही नहीं बल्कि एक जानलेवा बीमारी है. दुनिया भर में इसके मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यदि आप नॉनवेज फूड्स खाना पसंद करते हैं तो आप खुद ही इस बीमारी को न्यौता दे रहे हैं।
जी, हां दक्षिण-पूर्व एशिया सहित दुनिया भर के 20 देशों के 19 लाख से अधिक वयस्कों पर किए अध्ययन के अनुसार, रेड मीट का सेवन टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। इस रिपोर्ट को और क्या जरूरी जानकारी है यहां हम आपको बता रहे हैं-
रेट मीट से डायबिटीज का ज्यादा खतरा
‘द लांसेट डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित विश्लेषण में पाया गया है कि रोज – 50 ग्राम प्रोसेस्ड मीट, 100 ग्राम अनप्रोसेस्ड रेड मीट और 100 ग्राम पोल्ट्री मीट खाने से टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा क्रमश: 15 प्रतिशत, 10 प्रतिशत और 8 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
लोग ज्यादा खा रहे रेड मीट
अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील, मेक्सिको सहित अन्य देशों के शोधकर्ताओं की अंतरराष्ट्रीय टीम ने बताया कि दुनिया के कई क्षेत्रों में मीट का सेवन लोग सेफ लिमिट से ज्यादा कर रहे हैं। जिसके कारण टाइप-2 डायबिटीज सहित गैर-संचारी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
रेड मीट खाने वाले ज्यादातर लोगों को डायबिटीज
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 31 समूहों को शामिल किया, जिसके लिए डेटा वैज्ञानिक अध्ययन और ऑनलाइन रजिस्ट्री से जुटाया किया गया था। अध्ययन में भाग लेने वाले 19,66,444 लोगों में से एक लाख से अधिक लोगों को टाइप-2 डायबिटीज हुआ, जो आम तौर पर 10 वर्ष तक रहता है।