वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वर्वेद महामंदिर में शताब्दी महोत्सव में शामिल हुए। स्वर्वेद महामंदिर धाम में आयोजित ‘विहंगम योग संत समाज’ स्थापना शताब्दी समारोह मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर एक आभार नोट भी पोस्ट किया। उन्होंने भव्य मंदिर निर्माण माध्यम से लाखों श्रद्धालुओं को भारत की योग परंपरा और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ने के संगठन के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हमारा देश सुरक्षित है तो हमारा धर्म भी सुरक्षित है, हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं।
योगी ने कहा कि धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं, इसलिए जो भी कार्य हो, वह व्यक्ति, समाज, मत-मजहब के दायरे से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप भारत की वैदिक-आध्यात्मिक परंपरा का अनुसरण करते हुए देश के नाम होना चाहिए। भारतीयता और सनातन सबको जोड़ने की ताकत रखता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज काशी चमक रही है तो काशी के साथ ही उत्तर प्रदेश भी पूरी मजबूती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है। उन्होंन कहा कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’…यहां पर विकास भी है, विरासत का सम्मान भी है।
सीएम योगी ने कहा कि अच्छा नेतृत्व मिलता है तो सुखद परिणाम आते हैं। आज विरासत का सम्मान भी है तो विकास के माध्यम से लोककल्याण का बड़ा अभियान भी। योग की परंपरा को वैश्विक मंच पर ले जाने का श्रेय पीएम मोदी को जाता है। दुनिया के 175 से अधिक देशों के अंदर लोग योग के साथ जुड़े हैं। जब भी योग की चर्चा होगी, भारत के ऋषियों के प्रति श्रद्धा का भाव दुनिया के नागरिकों के मन में जुड़ेगा। पीएम मोदी ने 21 जून की तिथि को विश्व योग दिवस के रूप में कर दिया।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते वर्ष इस समारोह का शुभारंभ किया था। शताब्दी महोत्सव अवसर पर उन्होंने स्वर्वेद महामंदिर का भव्य उद्घाटन भी करते हुए विहंगम योग संत समाज व स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की थी। 2021 में भी पीएम मोदी के सानिध्य में इस पूरे कार्यक्रम में हमें सहभागी बनने का अवसर प्राप्त हुआ था। इस दौरान आचार्य स्वतंत्र देव जी महाराज, स्वतंत्र प्रवर विज्ञान देव जी महाराज, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर आदि मौजूद रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि ‘हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ही बात कहते हैं कि हर काम देश के नाम। हमारा हर काम देश के लिए होना चाहिए। हमारा कोई व्यक्तिगत अस्तित्व नहीं है।…एक सच्चा संत और योगी देश की परिस्थितियों से हाथ पर हाथ रखकर चुपचाप बैठा नहीं रह सकता । याद करिए, ये देश गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा हुआ था। गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ इस देश को विदेशी ताकतों से मुक्त कराने के लिए सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज ने आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और बैरकपुर से देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के शंखनाद के साथ अपने आपको जोड़ा था’।
मत और मजहब से उठकर करें काम
सीएम योगी आदित्यनाथ इतने पर ही नहीं रुके। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के हालात पर एक दिन पहले ही लखनऊ में सीएम योगी ने वहां अल्पसंख्य हिंदू दलितों के नरसंहार का जिक्र करते हुए चिंता जाहिर की थी और देश विभाजन को जिम्मेवारों को उसका कसूरवार बताया था।शनिवार को वाराणसी में सीएम योगी ने कहा कि – ‘हमारा देश सुरक्षित है तो हमारा धर्म भी सुरक्षित है। इस बात को समझना होगा।इसलिए कोई भी काम व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर, समाज से ऊपर उठकर, मत और मजहब से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप करना होगा। अपना हर कार्य देश के नाम करना चाहिए जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है’।