Ghaziabad के एसपी ग्रामीण और प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा नागर हॉस्पिटल, गणेश हॉस्पिटल, नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल, ली क्रेस्ट हॉस्पिटल व अटलांटा हॉस्पिटल में की गई छापेमारी
- फाईज़ अली सैफी || ई-रेडियो इंडिया
गाज़ियाबाद। कोविड-19 महामारी को मद्देनज़र रखते हुए जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों ने रेमदेसीविर की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कड़ा रुख करते हुए कई टीमों का गठन किया गया था। जिसके उपरांत पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने भ्रमण करते हुए पांच हॉस्पिटलों में छापेमारी की हैं।
आपको बता दें कि एसपी ग्रामीण ईरज राजा, एसडीएम व ड्रग इंस्पेक्टर समेत नगर स्वास्थ्य के अधिकारीगणों ने अपने दल के सदस्यों के साथ शामिल होकर उन्होंने भ्रमण के दौरान कालाबाजारी एवं स्टॉकिंग चेक करने के उद्देश्य से सभी रिकॉर्ड मेंटेनेंस की समीक्षा की। साथ ही नागर हॉस्पिटल लोहिया नगर में मेडिकल स्टोर की चेकिंग के दौरान पाया गया कि इनको लगभग 250 रेमदेसीविर प्राप्त हुए हैं, जोकि इनको 6 अप्रैल से प्राप्त हो रहे हैं।
लेकिन, नागर हॉस्पिटल 25 अप्रैल को कोविड हॉस्पिटल डिक्लेअर हुआ हैं। दरअसल, इस हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर द्वारा डायरेक्ट लोगों को रेमदेसीविर बेचा जा रहा था और उसका कोई भी रिकॉर्ड सही तरीके से इसके पास मेंटेन नहीं पाया गया तथा जो मरीज नागर अस्पताल में भर्ती थे उनको भी रेमदेसीविर नहीं दिया गया और इनके द्वारा सारा रेमदेसीविर दुकान से ही बेच दिया गया हैं।
बता दें कि जानकारी करने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया और समय दिए जाने के उपरांत भी रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए गए हैं। इतना ही नहीं, कंप्यूटर के डाटा का बैकअप बना लिया गया हैं और उसको भी जांचा जा रहा हैं।
इसके अलावा गणेश हॉस्पिटल, नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल, ले क्रेस्ट हॉस्पिटल और अटलांटा हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड मेंटेनेंस में कुछ त्रुटियां पाई गई हैं। हॉस्पिटल प्रशासन को इन त्रुटियों को तत्काल दूर करने एवं सही तरीके से रिकॉर्ड बनाने के लिए निर्देशित किया गया हैं और बताया गया कि सही तरीके से रिकॉर्ड बनाकर तय समयसीमा में टीम के समक्ष प्रस्तुत करें, अन्यथा आप के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट जिला अधिकारी गाज़ियाबाद को आवश्यक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई हैं और हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति कर दी गई हैं।