- मेरठ
मेरठ में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिले में शनिवार को 18 नए मरीज मिले। अब तक कुल 177 मिल चुके हैं। अब 94 केस सक्रिय हैं और 83 मरीज ठीक हो चुके हैं। नए मरीज रोहटा, मलियाना जयभीमनगर, मवाना और सरूरपुर के रहने वाले हैं।
इन स्थानों पर मलेरिया विभाग ने एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग कराई है। दूसरी तरफ जिला मलेरिया विभाग की टीम द्वारा घर-घर किए जा रहे सर्वे अभियान में नारंगपुर, तेज विहार, फाजिलपुर, पल्लवपुरम, कसेरू बक्सर, जय भीम नगर, ट्रांसपोर्ट नगर और साबुन गोदाम 34 घरों में लार्वा मिले हैं। यहां 34 लोगों को नोटिस दिए गए हैं।
शहर में कोरोना से तो अब राहत है, लेकिन डेंगू, वायरल बुखार और स्क्रब टाइफस कहर बरपा रहा है। पिछले एक महीने में मेरठ मंडल में स्क्रब टाइफस के 42 मरीज मिल चुके हैं, जबकि डेंगू के मरीजों की संख्या 338 पहुंच गई है।
अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राजकुमार का कहना है कि डेंगू या स्क्रब टाइफस के मरीज मंडल में बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। अस्पतालों में डेंगू वार्ड बने हैं और जांच की भी सुविधा उपलब्ध है। स्क्रब टाइफस के लक्षण मिलने पर तुरंत टेस्ट कराएं। अपंजीकृत डॉक्टर से इलाज न कराएं। टाइफस आरिएंटिया त्सुत्सुगामशी बैक्टीरिया के कारण होती है। मंडल में अलग से टीमें गठित की गई हैं।
फिजिशियन डॉ. वीके बिंद्रा ने बताया कि स्क्रब टाइफस में मरीजों के जोड़ों में दर्द होता है। बुखार के साथ शरीर पर निशान पड़ जाते हैं। 7 से 8 दिन में मरीज ठीक हो जाता है। जिन लोगों को लंबे समय से बुखार या स्किन पर निशान बना रहता है।
स्क्रब टाइफस
जिला मरीजों की संख्या
गाजियाबाद 34
गौतमबुद्धनगर 03
हापुड़ 02
मेरठ 01
बुलंदशहर 01
बागपत 01
डेंगू की स्थिति
जिला मरीजों की संख्या
गाजियाबाद 125
गौतमबुद्धनगर 16
हापुड़ 08
मेरठ 177
बुलंदशहर 01
बागपत 11
कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला : शनिवार को 4631 सैंपलों की जांच हुई। इनमें कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला। सक्रिय केस तीन हैं, इनमें एक अस्पताल और दो घर पर हैं। ब्लैक फंगस के 348 मरीज मिल चुके हैं।