मेरठ। जिमखाना मैदान में 2 अप्रैल को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में जनचेतना महायज्ञ होगा। गुरुवार को आर्यसमाज थापरनगर में पत्रकार वार्ता में मुख्य संयोजक राजेश सेठी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण विगत दो वर्ष जनचेतना महायज्ञ आर्य समाज थापरनगर में सांकेतिक रूप में आयोजित किया गया। महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा आज ही के दिन क्रांतिकारी संगठन आर्यसमाज की स्थापना की गई थी तथा सृष्टि का प्रथम दिवस भी होने के कारण आज के दिन का विशेष महत्व है।
गुरुकुल प्रभात आश्रम के तत्वावधान में आयोजित होने वाले विशाल कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मुख्य संयोजक राजेश सेठी ने कहा कि विगत 27 वर्ष से संत शिरोमणि स्वामी विवेकानंद सरस्वती कुलाधिपति गुरुकुल प्रभात आश्रम के ब्रह्मत्व में आयोजित यह कार्यक्रम जनसामान्य को वैदिक संस्कृति एवं भारतीय नववर्ष के स्वागत हेतु जागरूक करने में अत्यंत सफल रहा है। इस यज्ञ प्रर्यावरण की शुद्धि के साथ सामाजिक वातावरण में आत्मिक शांति और सामाजिक सौहार्द्र, समरसता में भी वृद्धि होगी।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए गायत्री परिवार शांतिकुंज, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, विश्व हिन्दू परिषद एवं अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संगठन सहयोग कर रहे हैं। युवा पीढ़ी को यज्ञ परंपरा से जोड़ने के लिए विशेष तौर पर विभिन्न विद्यालयों और गुरुजनों के छात्र एवं कर्मचारी यज्ञ में सम्मिलित होंगे। बैठक में अरुण जिंदल, अनुज शर्मा, योगेश मुवार, आचार्य वाचस्पति, सुशील बंसल, सुनील आर्य, विक्रम शास्त्री, मनीष शर्मा, दिनेश कक्कड, अमित कांत, सोहन वीर आर्य, विनोद चौधरी, देवेंद्र तोमर उपस्थित रहे।