शत्रु नाशक, असाध्य रोग निवारक महामंत्र से दूर होगी सर्वबाधा

यदि शत्रु आपको परेशान कर रहे हैं अथवा कोई असाध्य रोग है अथवा ऋण बढ़ता जा रहा है तो नवरात्र की नवमी तिथि को यह महा उपाय करें
मंत्र है — छं नं जं हं (छम नम जम हम)
सामग्री
एक काली उड़द का कच्चा पापड़ सात गुड़ के पूऐ
तीन बताशे
और एक कपूर की टिकिया

एक दो डिस्पोजल पेपर प्लेट के ऊपर पापड़ को रखें फिर सात पूऐ फिर तीन बताशे और सबसे ऊपर कपूर की टिकिया और किसी पीपल वृक्ष के नीचे पीपल से उत्तर दिशा में खड़े हो जाएं जिससे पीपल आपके दक्षिण दिशा में आ जाए फिर आपको वह सारा सामान अपने सर से क्लाकवाइज डायरेक्शन में सात बार घूमना है और ऊपर दिए हुए मंत्र को लगातार पढ़ते रहना है उसके बाद माता आदि शक्ति से अपनी परेशानी बतानी है और उसे पूरा करने की प्रार्थना करनी है फिर वह सारा सामान पीपल पर रखकर कपूर की टिकिया में आग लगाकर सभी को वहीं जलता हुआ छोड़कर वापस मुड़ के घर आ जाना है पलट कर नहीं देखना है घर पहुंच कर दोनों हाथ दोनों पैर और मुंह धो लेना है बस इतना ही करना है