Annu Rani Olympics: मेरठ की अन्नू रानी को ओलंपिक कोटा मिल गया। जैवलिन जैसे खेलों में 32वीं रैंक तक के खिलाड़ियों को ओलंपिक कोटा में शामिल किया जाता है। अन्नू रानी की वर्ल्ड रैंकिंग फिलहाल तेरहवीं है। प्रदर्शन में भले ही अन्नू रानी 1.17 मीटर पीछे रह गई हो लेकिन रैंकिंग के आधार पर उन्हें ओलंपिक कोटा मिल गया है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का कोई भी इवेंट आज आखिरी है। महिला वर्ग में 13वीं से 32वीं रैंक तक अब किसी महिला खिलाड़ी के आने की संभावना नहीं है।
इसीलिए अन्नू रानी को रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक कोटा प्रदान किया गया है। यह मेरठ के लिए बड़ी उपलब्धि है। अन्नू रानी पहली महिला जैवलिन थ्रोअर हैं ओलंपिक जाने वाली। वहीं आज मंगलवार की नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप में पारुल चौधरी 3000 मीटर स्टेपल चेस में हिस्सा लेंगी। पारुल को भी ओलंपिक कोटा मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही सीमा अंतिल का भी इवेंट आज ही है और उनके भी ओलंपिक कोटा हासिल करने की पूरी उम्मीद है।
पटियाला में चल रही 60वीं इंटर स्टेट नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप में मेरठ की अन्नू रानी का भाला स्वर्ण पदक पर सटीक लगा, लेकिन ओलंपिक कोटे से 1.17 मीटर पीछे ही रुक गया था। राष्ट्रीय स्पर्धा में अपने ही रिकार्ड से अन्नू आगे बढ़ी लेकिन जिस ओलंपिक कोटे के लक्ष्य की ओर देश की निगाहें टिकी थी, वहां नहीं पहुंच सकीं थी, लेकिन बाद में उनका कोटा तय कर दिया गया।
जिला एथलेटिक संघ के सचिव अनु कुमार के अनुसार अन्नू रानी का व्यक्तिगत प्रदर्शन व स्वर्ण पदक सराहनीय रहा। इस बार अन्नू रानी से सभी की उम्मीद बंधी हैं। उन्होंने बताया यह बहुत जरूरी होता है कि वह अपने स्तर या उससे ऊपर के खिलाडिय़ों के साथ प्रतिस्पर्धा और प्रशिक्षण करें। इससे खिलाड़ी के प्रदर्शन में सुधार होता है। सोमवार की प्रतियोगिता में भी अन्नू रानी को उस स्तर का मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं मिला।