दिल्ली विधानसभा चुनाव में चला शहर और मौत का खेल
अरविंद केजरीवाल जनता को लुभाने में जुटे
भाजपा के खिलाफ मिडिल क्लास को भड़का रहे केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल क्यों बार बार मिडिल क्लास से इतना प्रेम दिखा रहे हैं? पहले उन्होंने मिडिल क्लास मैनिफेस्टो जारी किया।
हालांकि उसमें कुछ था नहीं। उन्होंने मिडिल क्लास के लिए अपनी ओर से कुछ देने की बजाय केंद्र सरकार से सात मांगें कीं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मिडिल क्लास को कुछ दे।
अब उन्होंने फिर केंद्र सरकार से मध्य वर्ग को कुछ देने की मांग की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार चिट्ठी लिखी है। उन्होंने मध्य वर्ग का कर्ज माफ करने की मांग की है।
यह पहली बार सुना गया है। इससे पहले किसानों की कर्ज माफी की बात होती थी या बड़े कारोबारियों का कर्ज माफ होता था।
पहली बार किसी ने कहा है कि मध्य वर्ग का कर्ज माफ हो। सोचें, अगर ऐसा हो तो कैसा होगा? मध्य वर्ग के ऊपर आवास और वाहन का कर्ज है या बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए भेजने के नाम पर लिया गया कर्ज है।
क्या आवास, वाहन और दूसरे कर्ज माफ किए जा सकते हैं? केजरीवाल को पता है कि ऐसा नहीं होगा। लेकिन उनको कहने में तो कोई दिक्कत नहीं है।
उन्होंने कह दिया अब केंद्र सरकार जानें। असल में ऐसा लग रहा है कि केजरीवाल को पहले मध्य वर्ग की चिंता नहीं थी। लेकिन इस बार अपना गरीब और निम्न मध्य वर्ग के वोट में कुछ टूट की आशंका उनको दिख रही है।
इसलिए वे एक नए वोट बैंक को एड्रेस कर रहे हैं। इसमें भी उनका मकसद मिडिल क्लास को यह बताना है कि भाजपा उनको कुछ नहीं दे रही है।
इसके जरिए वे मिल क्लास को भाजपा के खिलाफ भड़का रहे हैं। दूसरे उनको यह भी लग रहा है कि एक फरवरी को बजट में अगर केंद्र सरकार मध्य वर्ग के लिए कुछ घोषणा करती है तो उसका श्रेय लेने की तैयारी पहले से करके रखी जाए।