- पश्चिम उ0 प्र0 संयुक्त व्यापार मंडल ने नगर आयुक्त से मांगा शहर के व्यापारियों के टैक्स का हिसाब
- बाजारों में सार्वजनिक शौचालय व पार्किंग बनवाये नगर निगम: आशु शर्मा
- व्यापार मंडल ने घेरा नगर निगम कार्यालय, मांगा व्यापारियों के टैक्स का हिसाब
पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष पं0 आशु शर्मा के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने मेरठ शहर के विभिन्न बाजारों की नगर निगम से संबंधित समस्याओं को लेकर पदयात्रा निकाली।
पदयात्रा प्यारेलाल अस्पताल से सैकड़ों व्यापारियों के साथ शुरू हुई जो नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाथो में तिरंगा झंडा लेकर नगर निगम कार्यालय पर पहुंचे तथा नगर आयुक्त कार्यालय का घेराव किया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पं0 आशु शर्मा ने नगर निगम से शहर के व्यापारियों के द्वारा दिए जा रहे कमर्शियल टैक्स का हिसाब मांगा। उन्होंने कहा कि शहर का व्यापारी करोड़ों रुपए वार्षिक नगर निगम को टैक्स के रूप में देता है जिसके बदले में नगर निगम के द्वारा सिर्फ व्यापारियों का उत्पीड़न किया जाता है। शहर का व्यापारी अब जाग गया है। जब तक नगर निगम से अपने टैक्स की एक-एक पाई का हिसाब नहीं ले लेगा तब तक पीछे नहीं हटेगा।
टैक्स लेने में नगर निगम नंबर वन है लकिन बाजारों के विकास में एकदम फिसड्डी साबित हुआ है। शहर के किसी भी बाजार में नगर निगम के द्वारा व्यापारियों को जो मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए वह नहीं दी गई है।
प्रदेश अध्यक्ष पंडित आशु शर्मा शहर के व्यापारियों की तरफ से 10 सूत्रीय मांग पत्र नगर आयुक्त को सौंपा, जो इस प्रकार है-
- शहर के मुख्य बाजार में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था करनी होगी, क्योंकि बड़ी संख्या में महिलाएं भी आज व्यापार कर रही है उनके लिए बड़ी विकट परिस्थिति बन जाती है, उस को ध्यान में रखते हुए शहर के प्रत्येक बाजार में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था की जानी चाहिए।
- व्यापारियों से लिया जाने वाले टैक्स का 75% पैसा शहर के बाजारों में ही खर्च किया जाएं।
- शहर के प्रत्येक बाजार के अंदर नियमित रूप से सफाई कर्मचारी आना चाहिए।
- बाजारों के अंदर डस्टबिन की व्यवस्था सुचारू रूप से करानी चाहिए।
- व्यापारियों के कमर्शियल टैक्स का पुनः निरीक्षण कराया जाना चाहिए। जिन बाजारों में व्यापारियों की दुकानों में शौचालय व पानी के कनेक्शन नहीं है उनके भी बिलों में सीवर चार्ज तथा जल चार्ज जुड़कर आता है इसे तत्काल खत्म किया जाना चाहिए।
- शहर के प्रत्येक बाजार के अंदर पथ प्रकाश की व्यवस्था सुचारू की जाए।
- सीवर लाइन डालने के नाम पर शहर के मुख्य बाजारों को नगर निगम के ठेकेदारों के द्वारा खोद दिया गया है। त्योहारों के समय में भी बाजारों में सड़क खराब होने के कारण ग्राहक नहीं पहुंच पा रहे जल्द से जल्द सभी सड़कों को ठीक किया जाए।
- नगर निगम के द्वारा शहर के जिन बाजारों में भी अतिक्रमण अभियान चलाया जाए वहां के अध्यक्ष व महामंत्री को पूर्व सूचना दी जाए।
- शहर के मुख्य बाजारों में नगर निगम के द्वारा पार्किंग की व्यवस्था व्यापारियों को उपलब्ध कराई जाए।
- बड़ी संख्या में शहर के व्यापारियों को नगर निगम के द्वारा गलत तरीके से हाउस टैक्स बनाकर भेजे गए हैं जिन्हें ठीक करने के नाम पर नगर निगम के कर्मचारी व्यापारियों का आर्थिक रूप से शोषण करते हैं जो बर्दाश्त नहीं किया।
इसके अलावा अतिक्रमण हटाने के नाम पर बिना किसी पूर्व सूचना के व्यापारियों का शोषण किया जाता है, पॉलिथीन चेकिंग के नाम पर नगर निगम का परिवर्तन दल व्यापारियों के साथ गुंडागर्दी करता है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन परिवर्तन दल के कर्मचारियों को व्यापारियों के टैक्स से तनखा दी जाती है उन्हीं को ही व्यापारियों के उत्पीड़न में लगाया गया है।
मांगपत्र सौंपते हुए नगर निगम के अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि अगर जल्द ही सभी समस्याओं का समाधान नहीं होता तो व्यापार मंडल हजारों की संख्या में व्यापारियों के साथ नगर निगम से आर-पार की लड़ाई लड़ने का काम करेगा। अगर आवश्यकता पड़ी तो शहर बंद करवाने से भी पीछे नहीं हटेगा।
इस दौरान मुख्य रूप से सुमेर सिंह, पियुष वषिष्ठ, जिला अध्यक्ष विजय ओबरॉय, विजय राठी, शहर अध्यक्ष हाजी शारिक, विजय राठी, असफाक पहलवान, मंसुर भाई, शन्नी मेहरा, अय्युब कुरैशी, संजय शर्मा, नीरज कौशिक, वसीम, सुशील गौस्वामी, राजीव शर्मा, आरिफ खान, अलमास खान, विष्णु कुमार, सिवोन गुप्ता, सचिन अग्रवाल आदि मौजूद रहे।