मेरठ
मेरठ में डेंगू ने स्वास्थ्य विभाग की सेहत बिगाड़ दी है। हर रोज जिले में डेंगू के औसतन 30 मरीज मिलने से शहर में डेंगू फैलने का खतरा मडराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार दावे कर रहे हैं, की डेंगू पर नियंत्रण किया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के यह दावे सिर्फ हवाई साबित होते दिखाई दे रहे हैं। ऐसा कोई अस्पताल नहीं है,जिसमें बुखार के मरीज भर्ती न हों।
मेरठ जिले में गुरुवार को 32 नए मरीज मिले। अब मरीजों की कुल संख्या 631 पहुंच गई है। इनमें 176 सक्रिय मरीज हैं। 103 अस्पतालों में भर्ती हैं और 73 घर पर रहकर इलाज करा रहे हैं, जबकि 455 मरीज ठीक हो चुके हैं। पिछले 48 घंटे में जिले में डेंगू के 75 नये मामले सामने आये हैं।
6 अक्टूबर को जिले में डेंगू के 28 मरीज मिले। 7 अक्टूबर को 32 मरीज मिले। 8 अक्टूबर तक 15 अन्य मरीज भी मिल चुके हैं। सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन के अनुसार जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 631 पहुंच गई है। 455 केस रिकवर कर लिए गये हैं। 190 मरीजों का इलाज चल रहा है।
नए मरीज हस्तिनापुर, मवाना, परीक्षितगढ़, रोहटा, सरधना, सरूरपुर, जय भीम नगर, कंकरखेड़ा, कुंडा, मकबरा डिग्गी, मलियाना, राजबन, साबुन गोदाम और तारापुरी के रहने वाले हैं। मलेरिया विभाग की टीम द्वारा घर-घर किए जा रहे सर्वे अभियान में 20 लोगों को नोटिस दिए गए हैं।
चिरोड़ी, बटजेवरा, जयभीमनगर, केसर बक्सर और कंकरखेड़ा के घरों में टीम को लार्वा मिला है। अब तक 554 लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं। इन स्थानों पर मलेरिया विभाग कंटेनर सर्वे, एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग करा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि फिर से लार्वा बढ़े हैं। सर्वे अभियान लगातार जारी रहेगा।