मेरठ। नगर निगम ने शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। 15 फरवरी से वार्डों में सर्वे का काम शुरू करा दिया जाएगा। सर्वे की शुरूआत निगम के अधिकारी साकेत से करेंगे। सर्वे कर घरों पर क्यूआर कोड भी लगाया जाएगा। दिल्ली की एजेंसी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए सर्वे का काम करेगी।
नगर निगम सभागार में प्रेसवार्ता में नगर आयुक्त मनीष बंसल ने बताया कि नई आईटी प्रणाली के तहत बीबीसी इंडिया की कंपनी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करेगी। चिह्नित 79 वार्डों में से पहले 25 वार्डों में 15 फरवरी से सर्वे का काम शुरू होगा। सर्वे के दौरान घर के मुखिया का अपनी बेसिक जानकारी देनी होगी। कूड़ा कलेक्शन करने वाली गाड़ियां जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी। एजेंसी के सदस्यों के साथ निगम के सफाई कर्मचारी व सुपरवाइजर इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
अलग-अलग देना होगा गीला और सूखा कूड़ा
नगर आयुक्त ने बताया कि लोगों को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग देना होगा। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। गीला और सूखा कूड़े का जब तक एमआरएस सेंटर नहीं बनता तब तक डंपिंग ग्राउंड पर ही उसका निस्तारण किया जा सकेगा। गीले कचरे से कंपोस्ट खाद तैयार की जाएगी। सर्वे करने वाले सदस्यों को आईकार्ड दिए जाएगें। वहीं कंपनी की परफार्मेंस देखने के बाद ही भुगतान किया जाएगा।
क्या होगा चार्ज
कूड़ा कलेक्शन के लिए चार्ज यूजर से लिया जाएगा। इसमें जिसके पास 200 गज से कम का मकान है उसे 30 रुपये प्रतिमाह और 200 गज से ज्यादा का मकान है तो 100 रुपये प्रतिमाह देना होगा। वहीं व्यावसायिक में जिसके पास सौ फिट से कम जगह है उससे 50 रुपये प्रतिमाह, 100 फीट जगह है तो 100 रुपये और 100 फिट से ज्यादा जगह है तो 150 रुपये प्रतिमाह देना होगा। होटल, विवाह मंडप, स्कूल, रेस्टोरेंट को 1900 रुपये प्रतिमाह देने होंगे।
यह होगें वार्ड
शेरगढी, जयभीम नगर, जागृति विहार, अजंता कॉलोनी, अब्दुल्लापुर, कसेरुखेड़ा, सरायकाजी, तेजगढ़ी, सुभाष नगर, सिविल लाइन, गंगानगर, मोहनपुरी, यादगारपुर, शाहपीर गेट, नगला बट्टू, भोपाल सिंह रोड, शास्त्रीनगर, सूरजकुंड रोड, जयदेवी नगर, फूलबाग कॉलोनी, शास्त्रीनगर एल ब्लाक, उत्तरी पटेल नगर, थापर नगर।
क्या बोले नगर आयुक्त……
लोगों को जागरूक किया जाएगा: स्वच्छ भारत मिशन के तहत बीबीसी इंडिया कंपनी के माध्यम से शहर में कूड़ा कलेक्शन का काम किया जाएगा। इसके लिए सर्वे होगा। एक वार्ड में दो से तीन गाड़ियों के माध्यम से कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा। मेरठ से पहले शिरडी, जयपुर, जैसे अन्य शहरों में यह काम शुरू हो चुका है।
लोगों को जागरुक करने के लिए दिल्ली की एक एजेंसी नुक्कड़ नाटक कराएगी। आवासीय क्षेत्र में दिन में और दुकानों के बाहर से रात को कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा। इसका कंट्रोल रूम सूरजकुंड डिपो पर बनाया जाएगा। चार से पांच महीने में कंपनी अपना काम पूरा कर लेगी।