नई दिल्ली। एक स्वस्थ जीवन का आधार है स्वस्थ खानपान और स्वस्थ जीवनशैली। इसके लिए जरूरी है संतुलित मात्रा में सभी सब्जियों के साथ फल, दूध और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना, जिससे शरीर को सही मात्रा में सभी प्रकार के पोषण मिल सकें। ऐसे तो सभी जानते हैं कि संतरे में विटामिन-सी, B6, फाइबर और आयरन जैसे पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हमारी हड्डियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ स्किन में भी ग्लो लाता है। लेकिन इसके कुछ ऐसे फायदे भी हैं जिसकी जानकारी सभी को नहीं है। IBS, एंडोमेट्रियोसिस, आर्थराइटिस, डायबिटीज जैसी बीमारियां अब लगभग हर दूसरे घर में किसी न किसी को है, ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन 2009 के अनुसार, खुशी की बात यह है कि संतरे का जूस पीने से इंफ्लेमेशन के दो जरूरी मार्कर कम होते हैं और वो मार्कर हैं C-रिएक्टिव प्रोटीन और फाइब्रिनोजेन लेवल। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन 2010 के अनुसार, अधिक फैट और अधिक कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन के नकारात्मक प्रभावों को संतरा न्यूट्रल करता है, जिससे इसके फायदे तो मिलते ही हैं साथ ही इनके नुकसान से भी बचाव होता है। संतरे में मौजूद नरिंगिन और नियोहेस्परिडिन नाम के नेचुरल कंपाउंड बहुत ही प्रभावी तरीके से ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं। इसके कारण मेटाबोलिज्म में सुधार होता है और वज़न भी नियंत्रित रहता है।
मेलाटोनिन शरीर में पाए जाने वाला एक नेचुरल स्लीप हार्मोन है, जो हर शाम हमारे शरीर में बनता है। लेकिन स्क्रीन टाइम और अति व्यस्त जीवनशैली के कारण इसकी मात्रा शरीर में कम होने लगती है जिसके कारण अच्छी नींद नहीं आती है। जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फूड केमिस्ट्री 2013 के अनुसार, यही मेलाटोनिन संतरे में भी पाया जाता है जिसका सेवन करने से हमारे शरीर में 47% तक मेलाटोनिन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।