यूं तो अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण इसे दिल की सेहत के लिए अच्छा बनाते हैं। लेकिन अदरक का अधिक मात्रा में सेवन दिल की धड़कन में अनियमितता, धुंधली दृष्टि और अनिद्रा जैसी समस्याओं का खतरा पैदा कर सकता है। अनिद्रा को रक्तचाप और दिल की बीमारियों को बढ़ाने वाले कारक के तौर पर जाना जाता है। अब सवाल ये उठता है कि क्या हार्ट अटैक आने पर तुरंत अदरक खाने से आराम मिल जाता है? कुछ समय से सोशल मीडिया पर इस तरह का दावा किया जा रहा है. हार्ट से जुड़े कई दावे इस तरह के आजकल तेजी से किए जा रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इन पर आंख मूंदकर भरोसा न करें. दरअसल, हार्ट अटैक तब आता है, जब हार्ट खून को सही तरह से पंप नहीं कर पाता है. हार्ट अटैक आने पर अगर समय पर मरीज को अस्पताल न ले जाया जाए तो मौत भी हो सकती है. इसलिए ऐसे गंभीर और जानलेवा मामले में किसी तरह का मिथक नहीं पालना चाहिए. इसे लेकर किसी की बातों में नहीं आना चाहिए।
मिथ- क्या हार्ट अटैक में मदद कर सकता है अदरक?
तथ्य- एक्सपर्ट्स का कहना है कि अदरक चबाने से हार्ट अटैक के दौरान मदद मिल सकती है, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है. हार्ट अटैक आने पर डॉक्टर एस्प्रिन की गोली चबाने के लिए देते हैं, जो उस समय की जटिलताओं को काफी हद तक कम कर सकता है. हालांकि, इसका यह मतलब यह नहीं कि हार्ट अटैक पर सिर्फ एस्प्रिन की गोली के भरोसे ही बैठा जाये।
मिथ- वजन कंट्रोल कर लें, नहीं आएगा हार्ट अटैक
तथ्य- हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी भी एक्सरसाइज से वजन को कंट्रोल कर सकते हैं लेकिन दूसरी बीमारियों के ट्रिगर होने पर हार्ट अटैक को नहीं रोका जा सकता है. इसलिए हार्ट अटैक को लेकर किसी भ्री तरह के भ्रम में नहीं पड़ना चाहिए।
मिथ- एक्सरसाइज करने वालों को हार्ट अटैक का खतरा नहीं रहता है
तथ्य- फिजिकली फिट हैं तो इसका मतलब यह नहीं की हार्ट अटैक का खतरा नहीं है. हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हैं तो एक्सरसाइज करने वाले फिट इंसान को भी हार्ट अटैक आ सकता है. कई बार ज्यादा एक्सरसाइज भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।