कश्मीर। जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालातों को देखते हुए लगातार पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती केंद्र सरकार को निशाना बना रही हैं। पिछले कुछ दिनों में हुए आतंकी हमले के लिए भी वे केंद्र सरकार को ही जिम्मेवार मानती हैं।
एक बार फिर से रविवार को कहा कि कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है. सुश्री मुफ्ती चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के उस बयान पर प्रतिक्रिया कर रही थी। उन्होंने उस दौरान कहा था कि असम के गुवाहाटी में पहले रविकांत सिंह स्मृति व्याख्यान की श्रृंखलाओं में देते हुए कहा था कि कश्मीर घाटी में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद जो पांबदियां लगाई गई थीं। उन्हें केन्द्र शासित प्रदेश में बढ़ते आतंकवादी हमलों को देखते हुए फिर से लगाया जा सकता है।
पूर्व सीएम ने कहा कि कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील किए जाने के बाद जनरल रावत का यह बयान कोई आश्चर्यजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की स्थिति से निपटने के लिए केन्द्र सरकार का रवैया दमनात्मक है। यह उनके आधिकारिक वक्तव्य के विपरीत है कि यहां सब ठीक है। उन्होंने कहा कि हालात ये हैं कि आम लोगों को अब इस कदर परेशान किया जा रहा है कि उऩ्हें घर से बाहर निकलने के लिए भी सोचना पड़ा रहा है।
सुश्री मुफ्ती ने कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए कहा कि इतने कड़े और दमनकारी कदमों को उठाने जैसे सामूहिक तौर पर गिरफ्तारियां कर सरकार आखिर क्या साबित करना चाह रही हैं। पहिया वाहनों को जब्त करना और हर जगह नए सुरक्षा बंकरों को बनाना अब और क्या किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि कम से कम ये तो ध्यान रखना चाहिए कि सारे लोग आतंकी नहीं है यहां भी लोग अपने परिवार के साथ रहते हैं।