
शरीर को कमजोर करने में प्रतिरोधक छमता का बेहद महत्वपूर्ण स्थान होात है। सेहत इंसान के लिये सबसे बुनियादी जरूरतों की पहली कड़ी है। संसार के लोग आज एक ऐसे वायरस से पीड़ित हैं जो कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को काल के गाल में डाल देता है। आज हम आपको बतायेंगे कि घर के किचन में रखी हल्दी से आप स्वयं की प्रतिरोधक छमता को कैसे मजबूत कर सकते हैं।
इम्युनिटी सिस्टम या प्रतिरक्षा प्रणाली तमाम बैक्टीरिया और वायरस से शरीर की रक्षा करती है, जिससे इंसान के बीमार पड़ने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। इम्युनिटी सिस्टम के कमजोर होने पर ही इंसान कोरोनावायरस सहित तमाम महामारियों के संपर्क में जल्दी आ जाता है।
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व मौजूद है, जिसके चलते यह एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध है। हल्दी के इन्हीं लाभों को पाने के लिए खाना बनाते समय या रात को सोने से पहले गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी का सेवन जरूर करें। एसएनईसी30 का आविष्कार करने वाले आरब्रो फार्मास्यूटिकल्स के डॉ. सुभाष अरोड़ा ने बताया, “करक्यूमिन में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के गुण मौजूद हैं, यह प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में सुधार लाता है ताकि अतिसंवेदनशील प्रतिक्रिया से शरीर की रक्षा हो सके।
ब्रोंकियल समस्याएं वास्तव में प्रतिरक्षा प्रणाली की अतिसंवेदनशील प्रतिक्रिया से उत्पन्न होती हैं, करक्यूमिन इन प्रतिक्रियाओं में तालमेल बिठाकर तुरंत राहत दिलाती है। हल्दी में मुख्य जीवन रक्षक तत्वों में 3-5 प्रतिशत तक करक्यूमिन मौजूद है, यह पेड़-पौधों से उत्पन्न एक रासायनिक यौगिक है, जिसमें उपचार संबधी कई गुण मौजूद होते हैं।
हल्दी से सर्दी-खांसी, सांस लेने से संबंधित बीमारियां, ऊपरी श्वसन पथ में संक्रमण या इससे संबंधित बीमारियां, वायरल बुखार जैसी कई समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। इससे ज्वलन में भी कमीं आती है। ऐसे में शरीर को स्वस्थ रखना है, तो समुचित मात्रा में हल्दी का सेवन रोजाना करना न भूलें।