- पहलगाम में हुई घटना के बाद से बना तनाव का माहौल
- पाकिस्तान की तरफ बढ़ा भारतीय युद्धपोत आईएनएस विक्रांत
- क्या यह पाकिस्तान के साथ खुल्लमखुल्ला जंग की आहट है?
पहलगाम के आतंकी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने सीसीएस की बैठक में जहां पांच सख्त फैसले लेकर पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की तरफ इशारा किया है, वहीं पीएम मोदी ने कहा है कि आतंकी हमले को अंजाम देने वालों के साथ ही उन्हें संरक्षण देने वाले उनके आकाओं को बख्शा नहीं जाएगा।
गुरुवार को जहां एक तरफ पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हो रही थी, वहीं दूसरी ओर भारतीय नौसेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में उतार दिया।
भारतीय नौसेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत सहित पूरे कैरियर बैटल ग्रुप (सीबीजी) को अरब सागर में उतार दिया है. आईएनएस विक्रांत पर मिग-29के फाइटर जेट और अटैक करने वाले हेलीकॉप्टर हाईअलर्ट हैं. वहीं टेंशन बढ़ाने के लिए पाकिस्तान ने इस क्षेत्र में शुरु की है फायरिंग ड्रिल।
पहलगाम में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारतीय नेवी ने समंदर में उतारा है आईएनएस विक्रांत. आईएनएस विक्रांत में मिग 29 के लड़़ाकू विमानों की तैनाती है लेकिन इसी महीने आईएनएस विक्रांत पर तैनात करने के लिए फ्रांस से रफाल एम (मरीन) लड़ाकू विमानों का सौदा होने वाला है. इसी महीने फ्रांस के रक्षा मंत्री भारत आने वाले हैं, जिसमें राफेल एम की खरीद पर फाइनल मुहर लग जाएगी. रफाल एम की तैनाती आईएनएस विक्रांत पर ही की जानी है.
समुद्र में पानी के बीच होती है जंग तो पाकिस्तान की तकनीक पड़ जाएगी बेदम, क्योंकि आईएनएस विक्रांत को रोकने में पाकिस्तान सेना सक्षम नहीं है। आईएनएस विक्रांत पानी की कितनी गहराई में है, इस बात का आकलन करने में भी पाकिस्तान सक्षम नहीं है। आईएनएस विक्रांत यदि पाकिस्तान के निकट पहुंच जाता है तो वहां जो तबाही आएगी, उसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है।