Jawar Airport Update: यहां जानें जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी 3 बड़ी खबरें. पहली खबर है जेवर एय़रपोर्ट की कनेक्टिविटी को लेकर। उत्तर प्रदेश के नोएडा में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। सरकार भी लगातार इसकी कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम कर रही है। राज्य सरकार चाहती है की इस एयरपोर्ट को उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट बनाया जाए। इसी को देखते हुए सरकार यहां विकास कार्यों को गति दे रही है।
अब खबर सामने आई है कि सरकार नोएडा एयरपोर्ट को रेल लाइन से जोड़ने का प्लान बना रही है। इस संबंध में राज्य सरकार ने रेल मंत्रालय को एक प्रस्ताव भी भेजा है।
राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव में बुलंदशहर और पलवल का भी जिक्र है। दरअसल, सरकार ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और हरियाणा के पलवल के बीच लाइन बिछाने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया है। इन दोनों स्टेशनों के बीच में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पड़ेगा, जिस वजह से यहां की कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी।
यमुना विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में रेल मंत्रालय को पत्र लिखा है। अगर ये परियोजना सिरे चढ़ती है तो इससे कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। फिलहाल, इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद इसमें जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
Jawar Airport Update: यूपी के नोएडा में बन रहा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। सरकार जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य पूरा करना चाहती है, ताकि जल्द इसे फंक्शनल किया जा सके। 2023 के अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद अगले 6 महीने तक यहां ट्रायल रन होंगे।
दूसरी बड़ी खबर है रोज़गार से जुड़ी. जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आस-पास बसने वालों के लिए अच्छी खबर है। नोएडा एयरपोर्ट के पास बसने वाले लोगों को अब नौकरी के लिए दूर नहीं भागना पड़ेगा। दरअसल, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 6 इंडस्ट्रियल सेक्टरों में 15 सौ 25 इंडस्ट्रीज़ का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। इनमें करीब ढाई लाख लोगों को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रोजगार मिलने की उम्मीद है।
Jawar Airport Update: यमुना अथॉरिटी ने रजिस्ट्री के लिए लिस्ट की जारी
यमुना अथॉरिटी ने इन इंडस्ट्री को निर्माण करने से पहले प्लॉट की रजिस्ट्री कराने के लिए लिस्ट जारी कर दी है। इनमें से 645 इंडस्ट्री के मालिकों ने अपने प्लॉट की लीज डीड भी करा ली है। इनमें सबसे ज्यादा लीज डीड कराने वालों में सेक्टर-32 के 564 प्लॉट के उद्यमी हैं। यमुना अथॉरिटी अपने अधिसूचित एरिया में इंडस्ट्री के फिलहाल 6 इंडस्ट्रियल सेक्टर विकसित कर रही है। इनमें सेक्टर 24, 24ए, 29, 32, 33 और 28 शामिल हैं। इन इंडस्ट्रियल सेक्टरों में अथॉरिटी देशी-विदेशी कंपनी लगाने वाले उद्यमियों के प्लॉट अलॉट कर रही है।
यमुना अथॉरिटी से मिली जानकारी के अनुसार 31 जुलाई 2023 तक यमुना अथॉरिटी इंडस्ट्री लगाने के लिए 6 सेक्टरों में अलग-अलग साइज के 29 सौ 25 प्लॉट अलॉट कर चुकी है।यमुना अथॉरिटी सेक्टर-29 में 44 प्लॉट की लीज डीड कर चुकी है। इसी तरह सेक्टर-33 में भी 29 प्लॉट की लीज डीड करा चुकी है। अब प्लॉट के मालिक जल्दी निर्माण कार्य शुरू करेंगे। कंपनी चालू होने के बाद अगले 6 महीने में इन कंपनियों में करीब ढ़ाई लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
Jawar Airport Update: पॉड टैक्सी करेगा जेवर का कायाकल्प
जेवर से जुड़ी तीसरी बड़ी खबर है पॉड टैक्सी से जुडी हुई. यमुना अथॉरिटी से अच्छी खबर है कि पॉड टैक्सी के रूट को बड़ा किया जाएगा।पहले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक पॉड टैक्सी संचालित की जानी थी लेकिन अब जेवर एयरपोर्ट से परी चौक तक पॉड टैक्सी चलेगी। दरअसल, बीते दिनों लखनऊ में उच्चस्तरीय बैठक हुई। उसी बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश दिया है। इस बारे में यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने जानकारी दी है। इसके लिए पहले से ही ग्लोबल टेंडर यमुना विकास प्राधिकरण जारी कर चुका है। कोई भी कंपनी 10 अगस्त तक पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट बनाने के लिए आवेदन कर सकती है।
उसके बाद 16 अगस्त को बिड खोली जाएगी। देश-विदेश की कंपनियां योगी आदित्यनाथ के इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए अपनी इच्छा जाहिर कर रही हैं। जो कंपनियां पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट बनाना चाहती है, उन कंपनियों के लिए आवेदन एक जुलाई से खुले हुए है। अभी तक पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को बनने के लिए 11 कंपनियों ने आवेदन किया है। जिनमें पीआरटी यूके, एलएडंटी, सिस्टा फ्रांस, अल्टा पीआरटी, सीमेंस, टाटा, आईआरबी इंफ्राटेक्चर, इंटामिन ट्रांसपोर्टेशन, हुंडई कल्पतरू और इन्वेस्ट इंडिया कंपनी शामिल हैं।
Jawar Airport Update: यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर फिल्म सिटी तक अगर पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट बनता तो इसकी लागत करीब 641 करोड़ रुपए आती, लेकिन अब रूट की लंबाई बढ़ गई है। जिसकी वजह से लागत भी बढ़ जाएगी। इसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन ने यमुना प्राधिकरण से कहा है कि पूरी रिपोर्ट बनाकर लखनऊ भेजी जाए। जिस पर अब काम किया जाएगा। पहले रूट की लंबाई 14.6 किलोमीटर थी, लेकिन अब बढ़ गई है।