नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व जननायक स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर ने पूरा जीवन लगा दिया था। ऐसे महान नेता को भारत रत्न से सम्मानित कर देश के प्रधानमंत्री ने गरीबों का मान बढ़ाया है।
नड्डा ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि एक अत्यंत गरीब परिवार से निकल कर बिहार के मुख्यमंत्री पद को सुशोभित करने वाले, सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले जननायक कर्पूरी ठाकुर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने के निर्णय की जितनी भी सराहना की जाए कम है। कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित करने का मतलब है कि भारत के हर गरीब और वंचित को सम्मानित किया गया है।
नड्डा ने कहा कि ठाकुर ने गरीबों को न्याय दिलाने में पूरा जीवन लगा दिया। इसके लिए कभी भी उन्होंने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। वह कांग्रेस के जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ते रहे। आपातकाल का भी उन्होंने जमकर विरोध किया।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछड़े वर्ग को सबसे अधिक पहचान और सम्मान देने का काम किया है। आज मोदी कैबिनेट में 27 मंत्री ओबीसी समाज से हैं। भाजपा के 100 से अधिक सांसद पिछड़े वर्ग से हैं। देशभर में 300 से अधिक भाजपा के विधायक पिछड़े वर्ग से आते हैं और 65 से अधिक एमएलसी पिछड़े वर्ग से हैं, जो यह दिखाता है कि पिछड़े वर्ग को सबसे अधिक पहचान और सम्मान प्रधानमंत्री मोदी ने दिलवाने का काम किया है।
नड्डा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री ने गरीबों के कल्याण के लिए बहुत काम किए हैं। उसके लिए सामाजिक न्याय एक दृढ़ संकल्प है। उन्होंने गरीबों, पिछड़ों,अनुसूचित जातियों, महिलाओं व किसानों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री ने पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने का काम किया है।