101 महिलाओं का हुआ सम्मान
लखनऊ:महिला दिवस के अवसर पर रिवायत फाउंडेशन ने पर्पल ग्रुप के साथ मिलकर ‘उत्कृष्ट महिला सम्मान’ कार्यक्रम में 101 महिलाओं को सम्मानित किया। रिवायत फाउंडेशन की फाउंडर रीत चौधरी ने बताया कि महिला सशक्तिकरण थीम पर हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा रहे। विशिष्ट अतिथि युवराज सिंह, सुनीता मीना, पवन गोयल, जेडी महेश्वरी आदि मौजूद रहे। फाउंडेशन के कुलदीप देव, ऋचा गौड़, सुनीता चौधरी आदि भी मौजूद रहे। पर्पल ग्रुप से ऋतु तनेजा और गरिमा तनेजा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे और सभी अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया।
कार्यक्रम एलिमेंटस मॉल पर स्तिथ आउट में हुआ। कार्यक्रम की फोटोग्राफी नरेन्द्र जांगिड़ ने की व मंच का कुशल संचालन श्वेता जैन ने किया। कार्यक्रम का मीडिया पार्टनर प्रभात अभिनंदन रहा। कुलदीप देव व रीत चौधरी ने बताया कि ये सम्मान उन महिलाओं का किया गया हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए हैं। रीत चौधरी ने बताया कि आगे भी महिला सशक्तिकरण के लिए हमारा फाउंडेशन इस तरह के आयोजन करता रहेगा।
आरडीएसओ में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर वेबिनार का आयोजन
लखनऊ। अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन (आरडीएसओ) में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जिसका उद्देश्य आरडीएसओ महिला कर्मचारियों के बीच भारतीय समाज में महिलाओं के सामने आने वाली असमानताओं, महिलाओं के अधिकारों और महिला शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है।
इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसको संबोधित करते हुए आरडीएसओ के महानिदेशक संजीव भुटानी ने महिला कर्मचारियों की बेहतरी के लिए आरडीएसओ प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और महिला दिवस समारोह के इतिहास के बारे में भी बताया । उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों जैसे रेलवे, उद्योग, खेल और शिक्षा आदि में विभिन्न सफल महिलाओं का उदाहरण भी दिया। उन्होंने संस्थान में नए महिला विश्राम कक्ष के निर्माण को भी मंजूरी दे दी है। इस अवसर पमनो तकनीकी एवं यातायात निदेशालय की कार्यकारी निदेशक डॉ वीणा वर्मा ने लैंगिक समानता पर सतत विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किए और समाज में बने विभिन्न पूर्वाग्रहों पर भी बात की।
इस अवसर पर आरडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्षा निशा भुटानी ने महिला रेलवे कार्मिको के कल्याण के लिए आरडब्ल्यूडब्ल्यूए द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी । अपने संबोधन में उन्होंने सभी श्रोताओं से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आगे आने और उनके लिए व्यक्तिगत प्रयासों में तेजी लाने का आ”ान किया। आरडीएसओ प्रशासन के द्वारा उल्लेखनीय कार्य करने के लिए 07 महिला कार्मिको को सम्मानित किया गया और आरडब्ल्यूडब्ल्यूए ने भी 08 महिला कार्मिको को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में संजीव भुटानी, महानिदेशक, रमेश पिंजानी, अपर महानिदेशक निशा भुटानी, अध्यक्षा, रेलवे महिला कल्याण संघ की अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य अधिकारियों ने भी वेबकास्ट के माध्यम से भाग लिया।
संघर्षों को पराजित करने वाली है अपराजिता
लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर लखनऊ लिट्रेररी क्लब तथा माँ दुर्गा शक्ति उत्थान समिति ने एक महिला सम्मान समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिंह ने विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली विशिष्ट विभूतियों में मधु सुभाष, सुधा द्विवेदी, दुर्गा शर्मा ,पुष्पा दुबे, दिव्या वर्मा को अपराजिता सम्मान से सम्मानित किया। इस मौके पर स्वागत डॉ. ज्योति कला और रमा सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. करुणा पांडे ने किया तथा यह आयोजन घरेलू काम करके अपना जीवन यापन करने वाली महिलाओं क ो मंच देने और स्वास्थ्य जागरूकता के लिए समर्पित रहा। कार्यक्रम में डॉ. सीमा सरकार, डॉ. संगीता शुक्ला, डॉ. अनुपमा, डॉ. रश्मि, डॉ. गीता सिंह तथा सभी सदस्य उपस्थित रही।
महिलाओं के हाथों में रहा मालगाड़ी का संचलन
महिला दिवस पर एनईआर डीआरएम ने महिला कर्मियों को किया सम्मानित
लखनऊ। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके को फिर से ऐतिहासिक बनाने के उद्देश्य से बुधवार को ऐशबाग जं-गोण्डा जं के मध्य डाउन सीजीएस मालगाड़ी का संचलन पूरी तरह महिला रेल कर्मचारियों के हाथों में रहा। जिसमें ट्रेन का संचालन लोको पायलट संध्या कुमारी गुप्ता, सहायक लोको पायलट बबिता पटेल, गार्ड अंजली भारती ने किया। मालगाड़ी के बादशाहनगर स्टेशन पहुंचने पर डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री व एडीआरएम इंफ्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक-प्रशासन व शाखाधिकारियों तथा महिला कर्मचारियों की उपस्थिति में स्टेशन अधीक्षक वर्षा श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखायी। इसके बाद डीआरएम ने स्टेशन परिसर में रंगोली व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का निरीक्षण किया तथा हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया।
कार्यक्रम के आरम्भ में मण्डल रेल प्रबन्धक ने लखनऊ मण्डल में कार्यरत रेल कर्मचारियों को वं उनकी पुत्रियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया, जो उच्च पदों पर कार्य करते हुए देश का नाम रोशन कर रही है। जिसमें हिमांचली राणा, सपना राणा, सरिता भास्कर, सोनी चौबे, हेमा चौबे, डॉ. अंजली कपूर व संध्या मिश्रा आदि प्रमुख है। विभिन्न विभागों की फील्ड में कार्यरत कर्मचारी दुर्गावती मधेशिया, हेल्पर, रानी कॉटावाला, संगीता हेल्पर, दिव्यांशी राव हेल्पर, पार्वती देवी वेटिंग रूम बेयरर, पूनम सान्याल टैज्क मेन्टेनर, मालती देवी गृह व्यवस्था सहायिका, राधा माली आदि कुल नौ महिला कर्मचारियों को तथा मण्डल में कार्यरत महिला खिलाड़ियोें को जिसमें स्वाति सिंह रेलवे कोच वेटलिफटिंग, दिव्या तोमर कुश्ती, वन्दना गुप्ता वेट लिफटिंग, बीएन ऊषा वेट लिफटिंग, पूजा गुप्ता वेट लिफटिंग, हर्षदीप कौर वेट लिफटिंग, पूनम यादव वेट लिफटिंग, नीना शील हंैडबाल, ज्योति शुक्ला हैडबाल आदि को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सम्मानि
महिला दिवस पर मटकीफोड़ और कबड्ड़ी प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा
लखनऊ। अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर परमवीर चक्र वीर अब्दुल हमीद वेलफेयर सोसाइटी ने राजधानी के हरदासी खेड़ा में मटकीफोड़ और कबड्ड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें दर्जनों महिलाओं ने उत्साहपूर्वक खेलती नजर आई। कार्यक्रम संस्था की सचिव जैनब सिद्दीकी ने महिलाओं को अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में बताया कि आज का दिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है,और हमे आपस में संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की जरूरत है। इस मौके पर महिलाओं के लिए अनेक प्रकार के जैसे मटकीफोड़ प्रतियोगिता और कबड्ड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जिसमें करीब 80 महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। जैनब ने कहा कि हमारे समाज में अधिकतर महिलाएं हमेशा घर की चार दिवारी तक ही सीमित रह जाती है जिससे खेल,पिकनिक व सैर सपाटा उनके लिए सपना ही रह जाता है। इसलिए महिला दिवस पर शहर के अलग अलग मोहल्लों में रहने वाली महिलाओं के लिए खेल का भी आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं ने बताया कि उन्हें बचपन के दिन याद आ गए आज का दिन है तो वो अपने घरों से बाहर निकलकर कुछ सीख कर व प्रसन्न होकर खेल खेल रही है। कार्यक्रम में जैनब सिद्दीकी सचिव, नीलम ,रिजवाना,वीरेंद्र रईस,कांति, सपना ,नीलम, कलावती , रेशमा, पूनम आदि उपस्थित रही।
वर्तमान युग में नाटक साहित्य की लोकप्रिय कृति – अतहर नबी
दृश्य भारती के तत्वाधान में थिएटर और ड्रामा पर सेमिनार
लखनऊ। भारत में इतिहास काल से ही नाटक और नौटंकी आदि का चलन था। लेकिन वाजिद अली शाह के जमाने में इसका विधिवत प्रारंभ हुआ। भारत को ड्रामे का यूनान की तरह एक पुराना केंद्र माना जाता है। शुरुआत से ड्रामा मनोरंजन के लिए ही खेला जाता रहा है। समय के साथ-साथ ड्रामा की शक्ल और सूरत बदलती रही। वर्तमान युग में ड्रामा साहित्य की एक लोकप्रिय कृति है जो मानव जीवन के विभिन्न अंगों को प्रस्तुत करती है। इन विचारों को दृश्य भारती की ओर से मुंशी प्रेमचंद की याद में थिएटर और ड्रामा विषय पर आयोजित एक सेमिनार में हिंदी उर्दू साहित्य वार्ड कमेटी के सेक्रेटरी अतहर नबी एडवोकेट ने व्यक्त किया। इस अवसर पर नवाब मसूद अब्दुल्ला ने कहा कि हिंदुस्तान में उर्दू ड्रामे की शुरुआत बहुत पुरानी है। इंद्रसभा का बड़ी धूमधाम से जगह-जगह मंचन किया जाता था। पुर्तगालियों और अंग्रेजों ने थिएटर हाल के निर्माण की शुरुआत की जिसको 17वीं और 18वीं शताब्दी में मजबूती मिल चुकी थी। उर्दू ड्रामों की शुरुआत गुजराती ग्रामों के अनुवाद से शुरू हुई।
प्रोग्राम की कन्वीनर प्रेम शंकर भारती ने कहा कि 1962 में विक्टोरिया क्लब का गठन हुआ जिसे बाद में विक्टोरिया नाटक मंडली कहा जाने लगा। जिसके सेक्रेटरी कैफ खुसरो व जी. एन. कावराजी थे। जिन्होंने 1871 तक थिएटर की दुनिया को लोकप्रिय बनाते हुए उसका विकास किया। ड्रामे के द्वारा हिंदी के साथ ही उर्दू भाषा की लोकप्रियता भी बढ़ गई।सेमिनार को वरिष्ठ पत्रकार जियाउल्लाह सिद्दीकी व प्रसिद्ध कवि हसन काजमी ने भी संबोधित किया। सेमिनार में मुख्य रूप से अतहर नबी एडवोकेट, वरिष्ठ पत्रकार डा. सुल्तान शाकिर हाशमी, प्रेम शंकर भारती, कवि हसन कज़मी, नवाब मसूद अब्दुल्ला, यूनुस सलीम, रफी अहमद, ज़ियाउल्लाह सिद्दीकी, बी.एन. ओझा आदि उपस्थित थे।