नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम की शुरुआत के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर कम दृश्यता से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को विभिन्न प्रभावी उपाय करने का निर्देश दिये हैं। इसमें इंजीनियरिंग और सुरक्षा जागरूकता उपाय शामिल है।
इसके अलावा राजमार्ग पर दृश्यता का जायजा लेने और सुरक्षा में बाधा बन रहे स्थानों की पहचान करने हेतु एनएचएआई अधिकारियों, स्वतंत्र इंजीनियरों, रियायतग्राही व ठेकेदार की टीम द्वारा साप्ताहिक आधार पर रात्रि के समय राजमार्ग निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
इंजीनियरिंग उपायों के तहत अनुपयुक्त व क्षतिग्रस्त सड़क संकेतों को फिर से स्थापित करना, फुटपाथ चिह्नों को सुधारना, मार्कर की दृश्यता बढ़ाना, बस्तियों और दुर्घटना-संभावित स्थानों में चिह्न प्रदान करना शामिल हैं। निर्माणाधीन और खतरनाक स्थानों पर ब्लिंकर सुनिश्चित करना और खतरे के मार्कर व संकेतों का प्रतिस्थापन शामिल है।
इसी तरह सुरक्षा जागरूकता उपायों में कोहरे के मौसम के बारे में चेतावनी और गति सीमा संदेशों को प्रदर्शित करने के लिए परिवर्तनीय संदेश संकेत उपयोग शामिल है। कोहरे वाले क्षेत्रों में 30 किमी व प्रति घंटे की ड्राइविंग गति सीमा के बारे में यात्रियों को चेतावनी देने वाली पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करना शामिल है।
टोल प्लाजा पर सार्वजनिक सेवा घोषणाओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक होर्डिंग, रेडियो और सोशल मीडिया का उपयोग, कोहरे के दौरान सड़क के किनारे की सुविधाएं और राजमार्गों पर वाहनों की पूरी चौड़ाई पर परावर्तक टेप (रिफ्लेक्टिव टेप) लगाना शामिल है।