श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को यहां अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान कश्मीरी उद्यमियों से बातचीत की और उनकी सफलता की कहानियां सुनीं।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के उद्यमी मधुमक्खी पालक नाजिम नज़ीर ने प्रधानमंत्री से बातचीत की। उद्यमी नजीर ने प्रधानमंत्री को बताया कि उसने छात्र के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी। नजीर ने प्रधानमंत्री को बताया कि कैसे उसने सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपना कारोबार बढ़ाया। उन्होंने शुरुआत में मधुमक्खी पालन के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी पर 25 बक्से खरीदे।
उद्यमी नजीर ने अपने व्यवसाय की आर्थिक वृद्धि के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत पांच लाख रुपये का लाभ उठाकर धीरे-धीरे मधुमक्खी पालन के लिए 200 बक्से तक विस्तार किया। इसके बाद उसने अपने लिए एक ब्रांड बनाया और एक वेबसाइट बनाई। उसके बाद देश भर से लगभग 5000 किलोग्राम मूल्य के हजारों ऑर्डर मिले, जिससे उनका व्यवसाय लगभग 2000 मधुमक्खी पालन बक्सों तक बढ़ गया और क्षेत्र के लगभग 100 युवाओं उसने रोजगार दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को 2023 में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के बारे में भी बताया, जिससे उसे अपना व्यवसाय बढ़ाने में काफी मदद मिली है। उन्होंने डिजिटल इंडिया पहल शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया, जिसने देश में फिनटेक परिदृश्य को बदल कर रख दिया है।
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में एक मीठी क्रांति का मार्ग प्रशस्त करने में नजीर के प्रयास की सराहना की और उनकी सफलता पर उन्हें बधाई दी।
व्यवसाय स्थापित करने के लिए सरकार से प्रारंभिक समर्थन प्राप्त करने के बारे में प्रधानमंत्री से बातचीत में नजीर ने कहा कि भले ही उन्हें शुरुआती कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसकी परेशानियों का निवारण करने के लिए कृषि विभाग आगे आया और विभाग ने उसकी पूरी मदद की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मधुमक्खी पालन का व्यवसाय एक बिल्कुल नया क्षेत्र है। उन्होंने इसके लाभों पर प्रकाश डाला और कहा कि मधुमक्खियाँ एक तरह से खेत मजदूरों की तरह काम करती हैं जो इसे फसलों के लिए फायदेमंद बनाती हैं।
प्रधानमंत्री ने नजीर को हिंदू कुश पहाड़ों के आसपास मध्य एशिया में उत्पादित शहद पर शोध करने का सुझाव दिया और उनसे बक्सों के चारों ओर विशिष्ट फूल उगाकर शहद का एक नया स्वाद तैयार करने पर भी विचार करने को कहा। उन्होंने उत्तराखंड में भी ऐसे ही सफल प्रयासों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया भर में उच्च मांग के कारण बबूल शहद की कीमत 400 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 1000 रुपये प्रति किलोग्राम होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
श्री मोदी ने विचार और दृष्टि की स्पष्टता और अपने व्यवसाय को आगे बढाने में नजीर के साहसिक कार्य की सराहना की और उनके माता-पिता को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि नाजिम देश के युवाओं को नयी दिशा भी दिखा रहे हैं और प्रेरणा स्रोत भी बन रहे हैं।
इसके अलावा श्रीनगर की एक युवा लड़की व बेकरी चलानेवाली एहतेशाम माजिद भट ने वस्तुतः प्रधानमंत्री को नवाचारों के बारे में जानकारी दी। उन्हें महिला कौशल विकास के लिए सरकारी पॉलिटेक्निक में ऊष्मायन केंद्र द्वारा मदद मिली थी। सरकारी एकल खिड़की प्रणाली (सिंगल विंडो सिस्टम) ने उसे और उसकी टीम को विभिन्न विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल करने में मदद की थी।
प्रधानमंत्री ने एहतेशाम को बताया कि पिछले 10 वर्षों में सरकार करोड़ों युवाओं को उनके स्टार्टअप के सपने को साकार करने में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। श्री मोदी ने अपने उद्यमशीलता उद्यमों में विभिन्न जिलों के अपने दोस्तों को शामिल करने के लिए उद्यमी एहतेशाम की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारा प्रयास है कि हमारे युवाओं के विचार संसाधनों और वित्त की कमी से प्रभावित न हों। हमें उन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। जम्मू-कश्मीर की ये बेटियां पूरे देश के युवाओं के लिए नई प्रेरणादायक मिसाल कायम कर रही हैं।”
गांदेरबल की हमीदा बानो डेयरी व्यवसाय से जुड़ी हैं। हमीदा ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्हें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का पूरा सहयोग मिला और उसने दुग्ध उत्पादों के लिए एक प्रसंस्करण इकाई खोली और अन्य महिलाओं को भी रोजगार दिया है। हमीदा ने प्रधानमंत्री को गुणवत्ता की जांच, पैकेजिंग और उत्पादों और मार्केटिंग के बारे में भी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने उनकी व्यावसायिक कुशलता के साथ-साथ पोषण के काम को आगे बढ़ाने के लिए भी उनकी सराहना की। उन्होंने गुणवत्ता का ध्यान रखने और पर्यावरण-अनुकूल तरीके से अपना व्यवसाय करने के लिए भी उनकी सराहना की।