- नई दिल्ली || ई-रेडियो इंडिया
बिहार की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस और नीतीश कुमार सरकार की हर तरफ से निंदा की जा रही हैं। बिहार में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पटना से गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच उन्हें मधेपुरा ले जाया गया। रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया। पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया।
रात में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पप्पू यादव की पेशी
कोर्ट के कर्मचारी अपने कार्यालय पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की पेशी हुई। पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का भी हवाला बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की। पप्पू यादव की पेशी को लेकर बड़ी संख्या में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी थी, फिर भी सैकड़ों समर्थक रात के अंधेरे में जगह-जगह डटे दिखे। न्यायिक दंडाधिकारी सुरभि श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पूर्व सांसद को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बीरपुर (सुपौल) जेल भेज दिया और बेहतर इलाज की व्यवस्था का भी आदेश दिया।
आपको बता दें कि मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी इसलिए की गई है क्योंकि पिछले दिनों उन्होंने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के आवास पर खड़ी 40 एंबुलेंस गाड़ियों का भंडाफोड़ किया था और खुलासा किया था कि इन एंबुलेंस गाड़ियों में बालू की धुलाई की जाती है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में वाला गया और महामारी एक्ट के तहत पप्पू यादव पर मुकदमा दर्ज करते हुए उनको गिरफ्तार कर लिया गया। बिहार सरकार के जबरन कार्यवाही के खिलाफ पूरे देश में रोष का माहौल है और पुलिस की कठोर निंदा हो रही है।