- सोनीपत || एजेंसी
Sonipat Kisan News: हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (केएमपी) के बिंदरौली – पिपली टोल प्लाजा पर जाम लगाने और भीड़ एकत्रित कर कोविड नियमों के उल्लंघन को लेकर 290 किसानों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कुंडली और खरखौदा थाना पुलिस ने यह मामला दर्ज किया।
रवींद्र कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बिंदरौली टोल प्लाजा पर बतौर सीनियर मैनेजर नियुक्त हैं। वह रविवार शाम को टोल प्लाजा पर थे। वहां पर एसडीएम शशि वसुंधरा के साथ ही डीएसपी वीरेंद्र पैरामिलट्री फोर्स और पुलिस फोर्स के साथ मौजूद थे। इसी दौरान करीब 140 लोग ट्रैक्टर-ट्राली तथा झंडे लेकर आ गए। उन्होंने ट्रोल को फ्री कराने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने उन्हें समझाते हुए कोरोना महामारी फैलने के चलते भीड़ नहीं जुटाने को भी कहा। उसके बावजूद वह नहीं माने और वाहनों को केएमपी पर रोककर जाम लगा दिया। साथ ही सडक़ पर ही बैठ गए। सीनियर मैनेजर ने बताया कि आंदोलनकारियों में शामिल लोगों ने अपने नाम अभिमन्यु, जय सिंह, रतिराम, कृष्ण, बिसन, विकेश, नवनीत, वेदप्रकाश आदि बताए थे। पुलिस ने रवींद्र के बयान पर आठ नामजद समेत 140 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पिपली टोल प्लाजा के मैनेजर कर्ण सिंह गहलोत ने खरखौदा थाना पुलिस को बताया कि कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर आंदोलनकारी किसानों की तरफ से कई महीनों से टोल प्लाजा फ्री करवाए गए थे। जिन्हें 13 अप्रैल को फिर से प्रशासन की ओर से शुरू करवा दिया गया था। रविवार को आंदोलनकारी एकत्रित होकर पिपली टोल पर पहुंचे थे और वहां पर घंटों तक बैठकर टोल को फ्री कराए रखा।
शाम को आंदोलनकारियों के लौट जाने पर फिर से प्रशासन ने टोल को शुरू करवा दिया था। वहीं इसके बाद अब टोल मैनेजर की शिकायत पर टोल पर जाम लगाने, धारा 144 की पालना ना करने और आपदा प्रबंधन अधिनिम सहित अन्य धाराओं का उल्लंघन करने के तहत खरखौदा पुलिस ने नौ नामजद लोगों सहित करीब 150 लोगों के मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें महिला भी शामिल हैं।