ताइवान और चीन में एक बार फिर से तनावपूर्ण माहौल बनता जा रहा है। एक खबर के मुताबिक, ताइवान ने इस बार चीन को सख्त चेतानवी दी है। ताइवान ने कहा है कि, अगर चीन ने हमला करने की कोशिश की तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। ताइवन ने चेतावनी देते हुए आगे कहा कि, अगर चीन अपने लड़ाकू विमानों की घुसपैठ से आइलैंड पर कब्जा करने पर कामयाब हुआ तो इससे क्षेत्रीय शांति के लिए विनाशकारी परिणाम हा सकता है।
इसी बीच ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने भी एक बयान जारी करते हुए कहा कि, इस देश को बचाने के लिए जो भी करना पड़ जाए, करेंगे और कोई भी बड़ी कारवाई करने से पहले रूकेंगे नहीं। आपको बता दें कि चीन कई समय से ताइवान पर दबान बनाने की कोशिश कर रहा है और शुक्रवार को अब तक 150 चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है।
सोमवार को चीन के 56 जेट विमानों ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरी जो यह साफ साबित करता है कि ड्रेगन ताइवान को अपनी शक्ति और आक्रामकता का प्रदर्शन पेश कर रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, चीन इस समय ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन पर दबाव बना रहा है।
ताइवान ही नहीं ऑस्ट्रेलिया को भी चीन पहुंचा रहा नुकसान
उल्लेखनीय है कि, चीन ने ऑस्ट्रेलिया को चेतावनी दी थी जिसमें यह पूछना शामिल किया गया कि, क्या ऑस्ट्रेलिया युद्ध में ताइवान का साथ देने के लिए तैयार है? वहीं हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन ने एक साथ नए सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किया है जिसके बाद से ऑस्ट्रेलिया पर चीन का गुस्सा बढ़ रहा है। चीन की नाराजगी इसलिए बढ़ी है क्योंकि, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया न्यूक्लियर सबमरीन टेक्नोलॉजी शेयर करने पर सहमति दिखाई है। जिसके कारण चीन का गुस्सा बढ़ गया है, इस समझौते से दक्षिण चीन सागर में शक्ति का संतुलन बदल जाएगा।
ताइवान ने चीन को दी बड़ी चेतावनी
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा कि, उन्हें याद रखना चाहिए कि अगर ताइवान पर कब्जा होता है तो परिणाम क्षेत्रीय शांति और लोकतांत्रिक गठबंधन सिस्टम के लिए विनाशकारी होंगे।