जब दिल की मांसपेशियों के हिस्से को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता है तो हार्ट अटैक का खतरा होताहै. इसका इलाज जितनी देर से होगा, दिल की मसल्स को उतना ही नुकसान भी होगा. कोरोनरी आर्टरी डिसीज हार्ट अटैक का मुख्य कारण माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हार्ट अटैक से ठीक पहले सीने में दर्द उठता है और फिर अगर ध्यान न दिया जाए तो जान भी जा सकती है. हालांकि, हर बार सीने का दर्द हार्ट अटैक ही नहीं होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं आखिर सीने में किस तरह का दर्द हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है…
हार्ट अटैक का दर्द कैसे पहचानें
डॉक्टर के मुताबिक, छाती का दर्द मसल्स के दर्द के कारण भी हो सकता है. इसके पीछे सर्वाइकल दर्द, एसिडिटी, पित्त की थैली में पथरी भी हो सकता है. हार्ट अटैक का दर्द एकदम से आएगा और 2-3 मिनट में तेजी से बढ़ जाता है. यह दर्द सीने के दाएं, बाएं, बीच में, जबड़े या बाएं हाथ तक चला जाता है. यह काफी तेज दर्द होता है. हार्ट अटैक का दर्द 10 मिनट से ज्यादा देर तक रहता है लेकिन अन्य दर्द है तो 2 से 5 मिनट में खत्म हो सकता है।
हार्ट अटैक आने पर क्या करें?
यदि हार्ट अटैक आये ताे सबसे पहले यदि आपके पास डिसप्रिन, ईकोस्प्रिन या एसप्रिन है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। डिसप्रिन, ईकोस्प्रिन या एसप्रिन ये दवाएं रक्त के क्लोटिंग को रोकती है। अगर किसी के घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो सोरबीट्रेट की 5mg की टेबलेट जीभ के नीचे रखनी है, इससे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।
इन दर्द को न करें इग्नोर
- हार्ट अटैक की वजह से सीने में लगातार दर्द होता है, जो चलने-फिरने पर काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
- सीने में लेफ्ट साइड दर्द है और कंधे या हाथों तक जा रहा है तो हार्ट अटैक हो सकता है.
- सीने से शुरू होकर दर्द अगर जबड़ों तक पहुंच जाए, तो अलर्ट हो जाना चाहिए.
- कई बार सीने का दर्द गर्दन तक भी चला जाता है और लगातार बढ़ता रहता है, इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
- चेस्ट में जकड़न हो और बोझिल सा महसूस हो तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए क्या करें
- अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो शरीर को उतना ही मूवमेंट होने दें, जितनी आदत है. ज्यादा एक्सरसाइज से बचें.
- डाइट का सही तरह ख्याल रखें. घर पर बना खाना संतुलित तौर पर लें.
- अगर हार्ट की कोई बीमारी है तो डॉक्टर के बताए अनुसार ही दवाईयां समय पर लें.