पटना। बॉलीवुड के जाने माने सिंगर उदित नारायण आज 68 साल के हो गए। उदित नारायण झा का जन्म 1 दिसंबर 1955 को एक जातीय मैथिल ब्राह्मण परिवार में हरेकृष्ण झा और भुवनेश्वरी झा के घर हुआ था। उदित नारायण ने सुपौल के जागेश्वर हाई स्कूल से पढ़ाई की जहां उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की और बाद में नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन विश्वविद्यालय के रत्न राज्य लक्ष्मी परिसर से इंटरमीडिएट की डिग्री प्राप्त की। उनके पिता हरेकृष्ण झा एक किसान थे और उनकी मां भुवनेश्वरी देवी एक लोक गायिका थीं जिन्होंने उनके करियर को प्रोत्साहित किया।
उदित नारायण का संघर्ष :
उदित नारायण बचपन से ही गाने के शौकीन थे। वह छोटे छोटे मंच पर गाया करते थे। लेकिन उन्हें अच्छा प्लेटफॉर्म नहीं मिल पा रहा था जिससे उन्हें लग रहा था कि वह गलत लाइन में आ गए। उनके माता-पिता भी निराश हो गए। कई दोस्तों ने कॉलेज में आगे पढ़ाई तक की सलाह दे डाली थी।
उदित नारायण के मुताबिक उन्हें नेपाल में एक प्रोग्राम में मैथिली गाना गाने का मौका मिला। वहां उनके गाने को सुनकर कुछ लोगों ने रेडियो पर गाने की सलाह दी। 1971 में पहली बार काठमांडू रेडियो पर गाने का मौका मिला, जो कि उनके करियर के लिए यादगार साबित हुआ। ‘सुन-सुन-सुन पनभरनी गे तनी घुरीयो के ताक’ गीत मैंने गाया,जो श्रोताओं को काफी पसंद आया और धीरे-धीरे नेपाल के संगीत के क्षेत्र में कदम बढ़ता चला गया।
मुंबई में 100 रुपये महीने पर किया काम :
उदित नारायण ने मुंबई के होटल में 100 रुपये महीने पर काम करना शुरू किया लेकिन संगीत का जुनून अभी भी बना हुआ था। उन्होंने संघर्ष जारी रखा। उन्होंने भारतीय विद्या भवन में संगीत की शिक्षा लेनी भी शुरू की जिससे उनके सुर को और धार मिली।
पत्नी दीपा ने दिया भरोसा :
नेपाल में मिली उनकी महिला मित्र दीपा जो की अब उनकी पत्नी बन गई, उन्होंने उदित नारायण का बहुत साथ दिया। 979 के आसपास दीपा ने एक संगीत निर्देशक से कहा कि अगर उदित गाना गाते हैं तो वह इसमें अपना पैसा लगा देंगी। यानी कहें तो दीपा उदित नारायण से मन ही मन प्रेम करने लगी थीं।
उदित नारायण को बॉलीवुड में पहला ब्रेक :
सिंगर बनने का सपना लेकर वह मुंबई पहुंचे थे और फिर 1980 में उन्हें पहला ब्रेक मिला था। उन्हें ‘उन्नीस बीस’ फिल्म के लिए उन्होंने पहला गाना ‘मिल गया’ गाया था। इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।