Yugdhara Vijaya Magazine की संपादक अर्चना सिंह ने पत्रिका विमोचन के अवसर पर मशहूर अभिनेत्री भाग्यश्री का आभार प्रकट किया
राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका युगधारा विजया ने देहरादून के दी ग्रांड एमरलैंड होटल में अभिनेत्री भाग्यश्री को पत्रिका की पहेली कॉपी भेंट की,तथा पत्रिका का विमोचन कराया, युगधारा विजया जो की देश भर में अपने-अपने क्षेत्रों में कौशल पूर्वक काम करने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करती है, और उन के द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य को समाज के सामने लाने का प्रयत्न करती है।
पत्रिका की चीफ एडिटर अर्चना सिंह ने कहा की कि मैं सर्वप्रथम अपने गुरु श्री नरेश कुमार जी का दिल से आभार व्यक्त करना चाहती हूं जिनकी मार्गदर्शक में मैंने यह यह कार्य शुरू करा, गुरु से बड़ा प्रेरणा श्रोत एक शिष्य के लिए कुछ नहीं हो सकता, जीवन के हर मोड़ में उन्होंने वह मेरे प्रेरणा स्रोत रहे हैं, और आज उन्हीं के कर कमलों से हमने इस पत्रिका को देशभर में पहुंचाया है ।एक गुरु अनंतकाल तक को प्रभावित करता है।वह कभी नहीं बता सकता कि उसका प्रभाव कहा तक जाएगा। नरेश कुमार जी न केवल मेरे गुरु है बल्कि मेरे आध्यात्मिक गुरु भी हैं उनकी वजह से अध्यात्म को मैंने जाना और समझा है। हर किसी को अपने कार्य क्षेत्र में एक प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है।
साथ ही आज देश भर में महिलाएं अपने अपने फील्ड में काम कर रही है मगर उनके काम को वह सम्मान और प्रोत्साहन नहीं मिलता आज भी जब वह काम काज से छुट्टी मांगती हैं तो उन पर तंज कसे जाते हैं तथा उनको बहुत सारी टिप्पणियों का सामना करना पड़ता है ।ऐसी बहुत सारी महिलाएं देश भर के कोने कोने में बहुत प्रगतिशील कार्य कर रही हैं। नरेश कुमार जी का मानना है कि हर नारी विजेता है ।नारी के बिना आप मानव जीवन की कल्पना नहीं कर सकते ।इस सृष्टि में भी नारी को ही पूजा जाता है।
पत्रिका में प्रकाशित सारी कहानियां आपको ऐसी महिलाओं से रूबरू कराती हैं जो आज देश की लड़कियों के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए मिसाल बन कर सामने आई हैं। आज जरूरत है कि हम नारी को प्रोत्साहित करें सम्मानित करें। युगधारा परिवार के प्रमुख नरेश कुमार जी के आशीर्वाद से आज हमनें देश में काम करने वाली ऐसी विभिन्न महिलाओं की कहानियां पत्रिका के माध्यम से देश के सामने रखी हैं।
कर्नल पूनम देवगन की कहानी जो देश की पहली महिला कमांडिंग अधिकारी है की महिला अगर घर चला सकती हैं तो वक्त आने देश की सेवा भी कर सकती है। देश के लिए मेडल जीतने वाली पिंकी सिंह की कहानी हमें बताती है कि कभी भी जीवन में हार नहीं माननी चाहिए ,आपके सामने कितनी भी चुनौतियां क्यों ना आए। डॉ कल्पना ने भी पर्यावरण के प्रति अपने प्यार को अपने शब्दों के माध्यम से आप सबके समक्ष रखा।
महिलाएं परिवार बनाती है, परिवार घर बनाता है, घर समाज बनाता है और समाज ही देश बनाता है। इसका सीधा सीधा अर्थ यही है की महिला का योगदान हर जगह है। महिला की क्षमता को नज़रअंदाज करके समाज की कल्पना करना व्यर्थ है। शिक्षा और महिला ससक्तिकरण के बिना परिवार, समाज और देश का विकास नहीं हो सकता।
साथ ही कार्यक्रम में देश भर से आए अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया।
भायाश्री ने कहा कि सभी विभूतियों के लिए निश्चित रूप से
एक बहुत ही अच्छा एवं शक्तिशाली प्लेटफार्म है।
अर्चना सिंह ने थ्री फिंगर एंटरटेनमेंट कंपनी के सीईओ एवं फाउंडर अरुण कुमार जी को खास तौर पर धन्यवाद किया, और कहा कि अरुण जी ने देश भर से आए प्रतिभाशाली लोगों को एक मंच पर सम्मानित किया और हमारी पत्रिका को भी अभिनेत्री भाग्यश्री जी के द्वारा विमोचन करा के,तथा पत्रिका की पहली कॉपी उन को देकर देश भर की महिलाओं का भी सम्मान और गौरव बढ़ाया,ओर साथ ही मेरे पिता जी श्री गोकुल दास जी को भी मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने हर पल मेरा मार्गदर्शन किया, इस बारिश के कारण हर तरफ रास्ते बंद थे ,ऐसी विषम परिस्थितियों में भी देहरादून तक वह मेरे साथ पहुंचे इसके लिए उनका भी बहुत स्नेह और आभार हैl