
केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 158 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 128 घायल है। वहीं सेना का राहत व बचाव कार्य जारी है।
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, ‘मुझे राहत शिविरों का दौरा करने और वहां रह रहे पीड़ितों से विस्तार से बात करने का अवसर मिला। यह हाल ही में हुई सबसे बुरी आपदाओं में से एक है। मैंने केरल के मुख्यमंत्री से बात की, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के संज्ञान में यह मामला लाया। प्रधानमंत्री बचाव और राहत कार्यों के लिए जो भी आवश्यक है, उसे करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम पीड़ितों के साथ हैं।’
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया, जहां शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। उन्होंने मेप्पाडी सामुदायिक भवन का भी दौरा किया, जिसे अस्थायी शवगृह में बदल दिया गया है।
राज्य राजस्व विभाग ने बताया कि वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है। केरल के मंत्रियों ने वायनाड में बचाव कार्यों का आकलन किया। मरने वालों की संख्या फिलहाल 148 है।
केरल पीआरडी (जनसंपर्क विभाग) ने कहा कि बचाव अभियान के लिए एझिमाला नौसेना अकादमी की 60 टीमें चूरलमाला पहुंचीं। लेफ्टिनेंट कमांडेंट आशीर्वाद के नेतृत्व में एक टीम पहुंच गई है। समूह में 45 नाविक, पांच अधिकारी, छह फायर गार्ड और एक डॉक्टर हैं।
वायनाड में खोज और बचाव अभियान पर ब्रिगेडियर अर्जुन सेगन ने कहा, ‘कल सुबह से ही यहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। कल मौसम खराब होने की वजह से हम गति से काम नहीं कर पाए। आज मौसम काफी बेहतर है। बारिश नहीं हो रही है। सेना, एनडीआरएफ, नौसेना, राज्य पुलिस और वन विभाग के साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवकों से लगभग 500 से 600 बचावकर्मी काम कर रहे हैं। मृतकों की संख्या 150 को पार कर गई है और करीब 200 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।’