ई-रेडियो इंडिया की खबरें फटाफट में आपका स्वागत है….. आइये शुरू करते हैं आज का सिलसिला…
धरने पर बैठा शहीद का परिवार, आरोप- आज तक सरकार ने नहीं ली सुध
सरकार की अनदेखी का शिकार हुआ शहीद का परिवार, शहीद आकाश चौधरी के परिजनों का आरोप- आज तक सरकार ने नहीं ली सुध। आपको बता दें कि असम बार्डर पर पेट्रोलिंग के दौरान पांव फिसलने से शहीद हो गये थे मेरठ लाल आकाश चौधरी…
परिजनों ने आकाश की प्रतिमा, एक सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर सड़क बनवाने की मांग की है…
युगल को युवती के परिजनों ने दबोचा तो पुलिस ने हिरासत में लेकर छोड़ा उसके घर
जान की सुरक्षा के लिए एसएसपी कार्यालय जा रहे प्रेमी युगल को रास्ते में ही युवती के परिजनों ने रोक लिया तो बवाल खड़ा हो गया। भावनपुर क्षेत्र के गेसूपुर निवासी मोहित ने बताया कि उसने छ: माह पूर्व अपनी प्रेमिका से शादी कर चुका है…
युवती रोहटा रोड की रहने वाली है और उसके परिजनों पर आरोप है कि वो मोहित को जान से मारना चाहते हैं। पुलिस ने युगल को अपनी शरण में लेकर दोनों को सुरक्षित घर पहुंचाया।
भ्रष्टाचार: लेंटर डालने के चंद घंटों के अंदर ही भरभरा कर गिरा छत, दबने से बचे मजदूर
सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है… कमीशन के बंदरबांट में अधिकारियों से लेकर अफसरों तक को भ्रष्टाचार दीमक की तरह चाट गया है। सरूरपुरथाना क्षेत्र के गांव डाहर में स्वच्छता मिशन अभियान के तहत पांच लाख रूपये की लागत से बनाए जा रहे सार्वजनिक शौचालय में ठेकेदार की लापरवाही और सरकारी सिस्टम की मिलीभगत के चलते लेंटर डाले जाने के चंद घंटे बाद ही जमीन पर जा गिरा। इस हादसे में जहां लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा, वहीं काम कर रहे नाबालिक मजदूर भी दबने से बाल-बाल बच गए। इस मामले की जांच के बीडीओ ने आदेश जारी कर दिए हैं। वही पूरे सिस्टम को लेकर अफसर भी कटघरे में खड़े हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गांव डाहर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत डाहर गांव में पांच लाख रूपये की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य किया जा रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ओम सिंह द्वारा टेंडर किए जाने के बाद इस निर्माण कार्य को बुधवार को पूरा किया गया था।जिसके बाद इस निर्माण कार्य पर गुरुवार की सुबह नाबालिग मजदूरों की मदद से लेंटर डलवाया गया,लेकिन चंद घंटों बाद ही यानी गुरुवार की शाम को ही लेंटर अचानक भरभरा कर जमीन पर जा गिरा। इससे निर्माण कार्य में लगे कई नाबालिक मजदूर दबने से बाल-बाल बच गए,तो वहीं दूसरी ओर ठेकेदार को भी लाखों रुपए का नुकसान हो गया। लेंटर में मजदूरों के दबे होने की सूचना पर डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची और खोजबीन की। हालांकि लेंटर में कोई मजदूर दबा हुआ नहीं मिला।लेकिन पुलिस को मौके पर निर्माण कार्य में लगे हुए नाबालिक मजदूर जरूर मिले। जिसे लेकर पुलिस ने ठेकेदार को चेतावनी जारी करते हुए अफसरों को इत्तला कर दी है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने सरकारी सिस्टम की मिलीभगत से बेहद घटिया सामग्री लेंटर में लगाई थी,साथ ही लेंटर के लिए बनाए गए ढूल को भी नाबालिग मजदूरों के जरिए तैयार किया गया था,जो लेंटर का वजन सहन नहीं कर सका और चंद घंटों बाद ही जमीन पर भरभरा कर जा गिरा।ग्रामीणों ने इस संबंध में ठेकेदार व एडीओ पंचायत की जांच की मांग करते हुए बीडीओ से शिकायत की है। वही इस संबंध में वीडियो अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं ठेकेदार ओम सिंह ने बताया कि नाबालिग मजदूर काम नहीं कर रहे थे। निर्माण सामग्री सही लगाई गई थी। बहरहाल सार्वजनिक शौचालय के तहत पैसों की बंदरबांट का यह नमूना देखने को मिला जहां चंद घंटों बाद लेंटर भरभरा कर जमीन पर गिरकर एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
साईं पुरम इंडस्ट्रीज में लगी आग, लाखों का सामान राख
थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के साईं पुरम इंडस्ट्रीज एरिया में मित्तल इंडस्ट्रीज के गोदाम में अज्ञात कारणों से आग लग गई। इसके बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची आठ दमकल गाड़ियों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
परतापुर में एसटीएफ का छापा, एनसीईआरटी की 35 करोड़ की नकली किताबें बरामद, मौके से एक दर्जन युवकों को किया गिरफ्तार
एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने जब संयुक्त छापेमारी की तो गोदाम में किताबों की बाइंडिंग चल रही थी। पुलिस को देख वहां काम कर रहे कुछ लोग भाग गए। जबकि अन्य एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रकाशक के यहां से 35 करोड की किताबें बरामद कीं गई हैं। पूछताछ में पता चला कि किताबें प्रकाशित कर दूसरे राज्यों और जिलों में भेजी जाती थी। अधिकांश किताबें 9 से 12वीं तक की फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैंथ की हैं। वहीं देर शाम तक एनसीईआरटी का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। एनसीईआरटी का देशभर में एक ही कोर्स है। जिसके प्रकाशन का अधिकार दिल्ली के कुछ चुनिंदा प्रकाशकों को ही है। कुछ प्रकाशक किताबों का फर्जी तरीके से प्रकाशन कर रहे हैं।
पुलिस महानिरीक्षक ने पुलिस लाइन समेत 2 थानों का किया निरीक्षण
ट्रांसपोर्टरों बस-मालिकों की समस्या का सरकार करें समाधान वरना होगा चक्का जमा
जहां आशीष शर्मा ने कहा कि पिछले 5 महीने से लॉक डाउन के चलते ट्रांसपोर्ट तो सब बस मालिकों की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है नोटबंदी जीएसटी से था अब लॉकडाउन देश मंदी से पूरी तरह टूट चुके हैं सरकार की तरफ से किसी भी तरह की मदद नहीं मिली 20 लाख करोड़ का रास्ता किसी को गलत साबित हुआ एक पैसे की मदद भी ट्रांसपोर्ट और बस मालिकों को नहीं हो पाई बड़ी संख्या में बस मालिकों ने कारोबार ना चलने के कारण तथा टैक्स से बचने के लिए अपनी बसों को आरटीओ में सरेंडर कर दिया। जहा उन्होंने अपनी पाच मांग की है। और कहा है कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द हमारी मांगे पूरी नहीं की तो पश्चिम उत्तर प्रदेश में हम लोग चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेगें।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और किसानों की समस्याओं को हल करने, विभिन्न सरकारी विभागों का निजीकरण न करने व रोजगार देने की मांग करते हुये दर्जनों लोगों ने धरना दिया…
अलग अलग तख्तियों पर सरकारी योजनाओं के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुये सपा कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि जनता को अब गुमराह न किया जाये और वास्तविकता पर आते हुये युवाओं को रोजगार व किसानों को उचित फसलों का मूल्य देने का काम सरकार करे…