Jammu Kashmir Election News: विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पार्टियों के बीच तालमेल की कवायद शुरू हो गई है। एक तरफ केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरने और सूबे में सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई है, वहीं दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी किसी भी कीमत पर भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए राज्य की क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन करने की कवायद में जुट गई है।
इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर बुधवार को जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए हैं। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है- दोनों नेता 21 अगस्त को यानि आज जम्मू और 22 अगस्त को श्रीनगर में रहेंगे। वे नेताओं से चुनावी तैयारियों पर बातचीत करेंगे। दोनों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक,Jammu Kashmir Election में विपक्षी गठबंधन को मिली सफलता को देखते हुए राहुल विधानसभा चुनाव में भी सभी भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट करना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि वेJammu Kashmir Election में भी गठबंधन की रणनीति पर बात करेंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक खड़गे और राहुल कश्मीर में दूसरी पार्टियों के नेताओं के साथ भी बातचीत कर सकते हैं।
पार्टी जम्मू कश्मीर में गठबंधन के लिए तैयार है और इसका मुख्य उद्देश्य भाजपा को सरकार से बाहर रखना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी से गठबंधन बनाने की कोशिश में है। कांग्रेस ने कहा है- गठबंधन बनाने का उद्देश्य भाजपा को हराना है। इसके लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ आना होगा। कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के लिए राज्य का मुद्दा व्यक्तिगत मुद्दों से ऊपर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में भी तीनों पार्टियों को मिलकर चुनाव लड़ने की जरूरत है। यह भी कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी गुलाम नबी आजाद की वापसी भी चाहती हैं।
दूसरी ओर Jammu Kashmir Election के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रशासित प्रदेश में सरकार बनाने की तगड़ी रणनीति बनाई है। भाजपा इस चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल से गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी की नजर जम्मू की 43 विधानसभा सीटों पर टिकी हैं। भाजपा को उम्मीद है कि जम्मू रीजन से उसे करीब 35-37 सीटें मिल सकती हैं। बहुमत के लिए कश्मीर रीजन से जीतने वाले 8-10 निर्दलीय विधायकों पर दांव लगाएगी। इसके अलावा Jammu Kashmir Election के लिए उम्मीदवारों के लिए ऐसे चेहरों को मौका देगी, जिनकी उम्र 40 साल से कम होगी। कश्मीर के लिए भाजपा ने दूसरे दलों के अल्पसंख्यक नेताओं पर नजरें टिका दी हैं। रविवार को पीडीपी नेता और महबूबा मुफ्ती की सरकार में मंत्री रहे चौधरी जुल्फिकार अली पार्टी बीजेपी में शामिल हो गए।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि पार्टी इस Jammu Kashmir Election में किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। कश्मीर घाटी में पार्टी 8-10 निर्दलीय उम्मीदवारों से बात कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की पार्टी अपने दम पर कैंडिडेट उतारेगी और सरकार बनाएगी। रविवार को केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, उधमपुर के सांसद जितेंद्र सिंह और भाजपा महासचिव तरुण चुग ने जम्मू में पार्टी नेताओं के साथ चुनावों की रणनीति पर चर्चा की।
परिसीमन के बाद केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 114 विधानसभा सीटें हैं। आज भी 24 सीटें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लिए रिजर्व हैं। बाकी बची 90 सीटों में से 43 जम्मू और 47 कश्मीर में हैं।
गौरतलब है कि 2024 का जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव 18 सितंबर 2024 से 1 अक्टूबर 2024 तक 3 चरणों में होने वाला है। जम्मू और कश्मीर विधानसभा के 90 सदस्यों को चुनने के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में 18 सितंबर 2024 को पहले चरण, 25 सितंबर 2024 को दूसरे चरण और 1 अक्टूबर, 2024 को तीसरे चरण का मतदान होना निर्धारित है। चार अक्तूबर को चुनावों के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
2019 में जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर क्षेत्र का विशेष दर्जा रद्द किए जाने और इसका राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद यह पहला चुनाव है।