- दूसरे दलों से नजदीकियां बढ़ाने वालों पर जमी हैं
- बसपा को कमजोर करने पर तुले नेता होंगे बाहर
- बसपा सुप्रीमो मायावती कर रही हैं खतरनाक प्लानिंग
लखनऊ : दूसरे दलों में जाने की कोशिशों में जुटे बसपा के कई नेता अब पार्टी की रडार पर हैं। सूत्रों के मुताबिक, तमाम नेताओं के बारे में बसपा प्रमुख मायावती को जानकारी दी गई है कि वे दूसरे दलों में जाने की फिराक में हैं और इससे पार्टी का काम प्रभावित हो रहा है। सूत्रों की मानें तो सूचनाएं इकट्ठा की जा रही हैं। इसके अलावा ऐसे और नेताओं के बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द इन नेताओं पर गाज गिरनी तय है।
साल 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी बसपा अपनी गतिविधियों को जमीन पर बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। हालांकि, उसकी कोशिशों को पार्टी के पूर्व पदाधिकारी और कई नेता पलीता लगा रहे हैं। दूसरे राजनीतिक दलों में जाने की कोशिशों में जुटे इन नेताओं में से तमाम को बसपा के 2027 में होने वाले चुनावों में भी अच्छे प्रदर्शन को लेकर शंका है। ऐसे में वे दूसरे दलों के साथ नजदीकी बढ़ा रहे हैं और उसमें शामिल होने के लिए उचित समय का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे लोग पार्टी की गतिविधियों में भी हिस्सा नहीं ले रहे।
शुक्रवार को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर पार्टी की तरफ से हुए कार्यक्रमों में भी कई नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया था। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई नेता 30 नवंबर को हुई पार्टी की बैठकों में भी शामिल नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति की सूचनाएं भी नहीं थीं।
सूत्रों के मुताबिक, हर जिले से सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं। सभी जिलों के नेताओं, पदाधिकारियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों को लेकर पता किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो एक महीने के भीतर इस पर फैसला लिया जा सकता है, जिनमें से कई को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। पार्टी मान रही है कि 2027 की तैयारियों के मद्देनजर ऐसे लोगों से छुटकारा पाना भी जरूरी है।