Home Remedies for Constipation: कब्ज के कारण रोगी को बार-बार दस्त जाना पड़ता है। पेट साफ ना होने के कारण पूरे दिन आलस्य बना रहता है। किसी काम में मन नहीं लगता। कब्ज की परेशानी के कारण मल त्यागने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, घण्टों बैठे रहना पड़ता है। इतना ही नहीं व्यक्ति को बहुत सोच-समझकर खाना-पीना पड़ता है। क्या आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, क्या आप भी कब्ज से परेशान हैं, और कब्ज का घरेलू उपचार चाहते हैं?
कब्ज से बचने के घरेलू उपचार | Home Remedies for Constipation
1 सुबह उठने के बाद पानी में नींबू का रस और काला नमक मिलाकर पिएं। इससे पेट अच्छी तरह साफ होगा, और कब्ज की समस्या नहीं होगी।
2-कब्ज के लिए शहद बहुत फायदेमंद है। रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद को एक गिलास पानी के साथ मिलाकर पिएं। इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
3-सुबह उठकर प्रतिदिन खाली पेट, 4 से 5 काजू, उतने ही मुनक्का के साथ मिलाकर खाने से भी, कब्ज की शिकायत समाप्त हो जाती है। इसके अलावा रात को सोने से पहले 6 से 7 मुनक्का खाने से भी कब्ज ठीक हो जाता है।
कब्ज होने के कारण
कब्ज की बीमारी होने के कई कारण होते हैं, जो ये हैंः-
- भोजन में रेशेदार आहार की कमी होना।
- मैदे से बने एवं तले हुए मिर्च-मसालेदार भोजन का सेवन करना।
- पानी कम पीना या तरल पदार्थों का सेवन कम करना।
- समय पर भोजन ना करना।
- रात में देर से भोजन करना।
- देर रात तक जागने की आदत।
- अधिक मात्रा में चाय, कॉफी, तंबाकू या सिगरेट आदि का सेवन करना।
- भोजन पचे बिना ही दोबारा भोजन ग्रहण करना।
कब्ज से क्या-क्या नुकसान होते है?
- बवासीर (गुदा की नसों में सूजन) – मल त्याग करने के लिए दबाव डालने से आपकी गुदा में और उसके आसपास की नसों में सूजन हो सकती है।
- फिशर (गुदा में स्किन का फटना) – एक बड़े या कठोर मल के टुकड़े से गुदा थोड़ा-थोड़ा फट सकता है।
- फेकल इंप्रेशन (मल जो निष्कासित न हो पा रहा हो) – पुरानी (क्रोनिक) कब्ज से आंत में कठोर मल इकठ्ठा हो कर फंस सकता है।
- रेक्टल प्रोलैप्स (आंत का मलद्वार से बाहर आना) – मल त्याग करने के लिए दबाव डालने से मलाशय थोड़ा सा खिंच सकता है और गुदा से बाहर आ सकता है।