बढ़ते उत्पीड़न से खफा हुये पत्रकार, सरकार को सख्त लहजे में दी हिदायत
- संवाददाता || ई-रेडियो इंडिया
नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया, दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन और यूपी जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय विक्रम जोशी के परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता देने की मांग की है। साथ ही उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने और बेटियों की शिक्षा का व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया।
प्रदर्शन के दौरान संघठन के नेताओं ने कहा कि विक्रम जोशी और तिवारी की हत्या पुलिस में सुरक्षा मांगने के बावजूद की गई। मध्यप्रदेश के पत्रकार तिवारी ने दो महीने पहले अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। इससे पहले कानपुर में बालू माफिया का पर्दाफाश करने पर पत्रकार शुभम त्रिपाठी की हत्या कर दी गई थी।
एनयूजे अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि पत्रकारों पर बढ़ते हमले, फर्जी मुकदमे और फर्जी पत्रकारों की बढ़ती भीड़ को रोकने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून और राष्ट्रीय पत्रकार रजिस्ट्रार बनाने की आवश्यकता है। प्रेस काउंसिल की ताकत बढ़ाने और इलैक्ट्रानिक मीडिया को दायरे में लाने के लिए मीडिया काउंसिल बनाने की आवश्यकता है।
हत्या की हो न्यायिक जांच: रासबिहारी
एनयूजे अध्यक्ष रासबिहारी ने पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। पत्रकारों की हत्या और फर्जी मुकदमें दर्ज करने के खिलाफ संसद पर प्रदर्शन किया जाएगा।
सरकारें उठाएं प्रभावी कदम: थपलियाल
डीजेए अध्यक्ष राकेश थपलियाल ने कहा कि पत्रकारों पर हमले रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार तुरंत प्रभावी कदम उठाएं। एनयूजे की वरिष्ठ नेता सीमा किरण ने कहा कि कई स्थानों पर कवरेज के दौरान भी महिला पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायतें बढ़ रही है। सरकार को इस ओर देने की जरूरत है।
पत्रकार की हत्या से मीडिया जगत में रोष व्याप्त, पुलिस तंत्र पूरी तरह विफल
उपजा के अध्यक्ष रतन दीक्षित ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियबाद में पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पत्रकार की हत्या से मीडिया जगत में भारी रोष व्याप्त है। प्रदेश में पुलिस तंत्र पूरी तरह विफल हो चुका है। दिल्ली से लगते गाजियाबाद और नोएडा में खराब कानून व्यवस्था के कारण ही पत्रकारों पर हमले हुए हैं। पत्रकार विक्रम जोशी की मंगलवार देर रात इलाज के दौरान गाज़ियाबाद के यशोदा हस्पताल में मौत हो गई। बीते सोमवार को बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। गोली मारने से पहले बदमाशों ने पत्रकार को बुरी तरह पीटा भी था। विक्रम जोशी गाजियाबाद के प्रताप विहार में रहते थे, हमले के वक्त बाइक पर पत्रकार की दो बेटियां भी बैठी थीं। प्रताप विहार में ही 16 जुलाई को एक पुलिस वाले के नशे में धुत बेटे ने कार से एक व्यक्ति को कुचल दिया था। पुलिस ने कुचलने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। गाजियाबाद पुलिस की ऐसी कार्यशैली पर लगातार प्रश्न उठ रहे है।