Barabanki Road Accident: उत्तर प्रदेश में बाराबंकी के रामसनेही घाट क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य घायल हो गये जिनमें दस की हालत गंभीर बनी हुयी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है एवं घायलाें के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। माेदी ने ट्वीट किया, यूपी के बाराबंकी में हुए सड़क हादसे की खबर से बहुत दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। अभी सीएम योगी से भी बात हुई है। सभी घायल साथियों के उचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
Barabanki Road Accident के मृतकों के प्रति व्यक्त किया शोक
योगी ने कहा, बाराबंकी के रामसनेहीघाट क्षेत्र में घटित सड़क हादसे में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग (Lucknow Ayodhya National Highway) पर मंगलवार और बुधवार की रात करीब एक बजे हरियाणा से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस एक्सल टूट जाने के कारण कल्याणी नदी के पुल पर खड़ी हो गयी। चालक और परिचालक बस ठीक करने का प्रयास कर रहे थे जबकि कुछ यात्री बस से बाहर आकर सड़क पर विश्राम करने लगे। इस बीच पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने बस को टक्कर मार दी।
उन्होने बताया कि इस हादसे में 11 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि सात ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में घायल यात्रियों का उपचार बाराबंकी जिला अस्पताल और लखनऊ के ट्रामा सेंटर में चल रहा है जिनमें 10 की हालत चिंताजनक बनी हुयी है जबकि बाकी यात्रियों प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ हो गये। हताहतों में अधिकतर बिहार के सहरसा,सुपौल और सीतामढ़ी जिले के निवासी बताये जा रहे हैं। इनमे से अधिकतर पंजाब और हरियाणा में श्रमिक के तौर पर काम करते थे जो अपने घरों को वापस लौट रहे थे। बस एक निजी ट्रैवल्स कंपनी की बतायी गयी है।
Barabanki Road Accident में ये हैं हादसे के शिकार लोग
मृतकों की शिनाख्त मिथिलेश (20) निवासी कन्हौली जिला सीतामढ़ी, सुरेश (35) निवासी कन्हौली सीतामढ़ी, शम्भू सहानी (35) निवासी कोठिया बेलाही थाना रूनीसैदपुर सीतामढ़ी,जोगेन्द्र (45) निवासी जहांगीरपुर थाना श्यामपुरमारा जिला सीवर,मिश्री लाल (50) निवासी लोहिया पटरी थाना फुलपरास जिला मधुबनी, इन्दल सहानी निवासी कोठियाटोला थाना रूनीसैदपुर सीतामढ़ी, भोला सहानी (45) निवासी बेलाही थाना रूनीसैदपुर सीतामढ़ी, शम्भू (29) निवासी लोहिया पटरी थाना फुलपरास मधुबनी, संतोष (22) निवासी कोठिया थाना रूनीसैदपुर सीतामढ़ी और सुशील पंडित (35) निवासी खोपा थाना कन्हौली सीतमढ़ी के तौर पर की गयी है। अन्य आठ मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे है।
उन्होने बताया कि यात्रियों के ठहरने एवं भोजन पानी का इंतजाम किया गया है और उन्हे बिहार भेजने की व्यवस्था की जा रही है। बस हादसे की जानकारी के लिए जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया है। पीडित परिवार और शुभचिंतक 9454417464 नंबर पर कर संपर्क कर सकते हैं। भारी बरसात के बावजूद राहत एवं बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी से किया गया।
प्रसाद ने स्वीकार किया कि हादसे के तुरंत बाद क्षतिग्रस्त बस को हटाने के लिये क्रेन की व्यवस्था करने में समय लगा। वास्तव में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की जिम्मेदारी क्रेन उपलब्ध कराने की होती है लेकिन उनके पास क्रेन नहीं थी। बाद में एक क्रेन का इंतजाम पुलिस प्रशासन ने किया लेकिन उसमें भी खराबी आ गयी जिसके बाद एक अन्य क्रेन के जरिये क्षतिग्रस्त बस को हटाया जा सका और राहत एवं बचाव कार्य सम्पन्न हुआ।