Sultanpur Varanasi Forelane Latest: यूपी की राजधानी लखनऊ को बनारस से जोड़ने वाली Sultanpur Varanasi Forelane अभी तक ठीक से बन नहीं सका है। सड़क की खस्ताहाली यह बता रही है कि यहां से गुजरने वाले राहगीरों को कितनी समस्याओं से दो चार होना पड़ता होगा। निर्माण कार्य अधूरा छोड़ने से दुर्घटनाओं की बाढ़ सी आ गई हैञ
अक्टूबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लेने और आवागमन शुरू करने का दावा करने वाली कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि अब निर्माण कार्य हालाकि पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन सवाल यह है कि आखिर ‘योगी से मोदी’ को जोड़ने वाली Sultanpur Varanasi Forelane आखिर बनने में इतना समय क्यों ले रहा है।
Sultanpur Varanasi Forelane Latest: कब बना था प्रोजेक्ट
- आपको बता दें कि 2014 में मोदी सरकार आने के बाद Sultanpur Varanasi Forelane ड्रीम प्रोजेक्ट बना था।
- वर्ष 2015 में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने चौड़ीकरण को मंजूरी दी। सितंबर 2015 में निर्माण कार्य शुरू किया।
- इसे दो भागों में बांट गया।
- पहले चरण में लखनऊ से सुलतानपुर तक बनाने का काम शुरू हुआ।
- दूसरे चरण में सुलतानपुर से वाराणसी को रखा गया। लखनऊ से सुलतानपुर तक कार्य अप्रैल 2019 में पूरा कर लिया गया, लेकिन सुलतानपुर से वाराणसी का कार्य धीमी गति व अवरोध के कारण पूरा नहीं हो सका।
- नवंबर 2019 तक निर्माण पूरा करने की अवधि को बढ़ाकर मार्च 2021 कर दिया।
- गायत्री प्रोजेक्ट लिमिटेड के अधीन इस सड़क का निर्माण कस्बों के बाइपास पर रुक गया।
क्यों अटका है Sultanpur Varanasi Forelane प्रोजेक्ट
आपको बता दें कि किसानों ने मुआवजे के चक्कर में निर्माण पर एतराज जताते हुए कई स्थानों पर रोक लगा दी। इसी बीच पांडेयपुर, बेदूपारा, मुरली के पास निर्मित फोरलेन चटक गई है, जिससे सड़क की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल खड़े हो गए। हालांकि दोबारा शासन से सख्ती दिखाई है।
दर्जनों पुल भी अधूरे
Sultanpur Varanasi Forelane Latest: आपको बता दें कि पयागीपुर रेलवे क्रासिग पर ओवर ब्रिज निर्माण, भदैंया के अभिया गांव में आरओबी, ढखवा बाजार बाईपास का निर्माण, कोइरीपुर शिवाला के पास पीली नदी पर ओवर ब्रिज का काम अधूरा है। वहीं, तमरसेपुर के पास टोल टैक्स स्टैंड का निर्माण चल रहा है। इसके साथ ही अभी सर्विस लेन, डिवाइडर के सुंदरीकरण का काम और पौधरोपण का काम भी नहीं हुआ है। प्रतापपुर कमैचा विकास खंड के नरहरपुर से लेकर सोनांवां तक कुल करीब ग्यारह किमी फोरलेन निर्माणाधीन है।