Ajrada Meerut: क्रान्ति के लिए मसहूर मेरठ के हिस्से में कई मिशाल हैं जो इसे वैश्विक पटल पर अलग मुकाम दिला रहे हैं। हिंदू-मुस्लिम एकता के रूप में मां चंडी देवी और हजरत बाले मियां की मजार का किस्सा जरूर सुना होगा आपने। आमने-सामने मंदिर और मजार का गेट होने की वजह से इसे एकता का अनूठा उदाहरण माना जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा मेरठ के मुंडाली थानाक्षेत्र के अजराड़ा गांव का है।
यहां पर मस्जिद व मंदिर की दीवारें एक दूसरे से सटी हुईं हैं और इसी के चलते यहां का नजारा बेहद अलग दिखाई देता है। कहते हैं कि यहां पर यह मंदिर और मस्जिद तकरीबन पांच सौ साल पुराना है। यहां हिंदू समुदायों की आबादी लगभग बीस फीसद है।
यूपी के मेरठ जनपद के हिस्से आने वाले इस नए और अनोखे कीर्तिमान की वजह से यहां का एकता व सामाजिक सौहार्द पूरे जनपद में एक उदाहरण पेश कर रहा है।